
बीकानेर: नहरबंदी के बाद पानी साथ ला रहा मिट्टी, साफ करने में फिल्टर भी हांफने लगे






बीकानेर। नहर बंदी समाप्त होने तथा नियमित पानी की आपूर्ति शुरू करने से आम लोगों के साथ-साथ जलदाय विभाग ने राहत की सांस ली है। लेकिन अब पानी के साथ आ रही मिट्टी ने चिंता बढ़ा दी है। हालांकि जलदाय विभाग पानी को साफ करने में जुटा हुआ है, लेकिन एक-दो दिन मटमैला पानी की आपूर्ति हो सकती है। नहर बंदी होने से नहर में जमा मिट्टी सूख जाती है और जब वापस पानी की आवक होती है तो यह मिट्टी पानी के साथ जलाशयों में आ जाती है। यहां से पानी के सैंपल लेकर लेबोरेट्री में जांच की जाती है। अभी तक की गई जांच में पानी में मिट्टी की मात्रा ही अधिक आई है। मिट्टी की मात्रा के अनुसार ही एलएम (फिटकरी) तथा पॉली एल्यूमिनिया क्लोराइड पानी में मिलाकर इसे साफ कर आगे सप्लाई किया जा रहा है। नहर में पानी के बहाव के साथ ही जलदाय विभाग की लेबोरेट्री के तकनीकी कर्मियों ने पानी के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं। बीकानेर पानी पहुंचने से पहले ही सैंपल लेने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। नहर बंदी समाप्त होने के बाद जब पानी का बहाव शुरू हुआ हरीके बैराज, मसीतावाली हैड, बीरधवाल, जामसर, मलकीसर आदि क्षेत्र में पानी के सैंपल लेकर जांच की गई है। सभी जगह मिट्टी ही पानी के साथ आ रही है। पानी में मिट्टी की मात्रा अधिक होने के कारण गुरुवार को बीछवाल जलाशय में फिल्टर में तकनीकी खामी आ गई थी। इस वजह से पानी का उत्पादन कम हो पाया। इसका असर पानी आपूर्ति में रहा। फिल्टर में मिट्टी जमा हो गई थी। इसे साफ करने काम चल रहा है। शुक्रवार तक इस समस्या का समाधान होने की संभावना है।


