
मोदी मंत्रिमंडल विस्तार, चर्चा में राजस्थान के 7 चेहरे राज्य के पूर्वी इलाके पर नजर





जयपुर। केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में विस्तार के चलते प्रदेश में एक बार फिर प्रदेश से दावेदारों की सुगबुगाहट तेज हो गई। लोकसभा चुनाव से पहले यह आखिरी विस्तार हो सकता है। चूंकि, इस साल राजस्थान सहित चार राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में पूर्वी राजस्थान पर पार्टी की नजर है, जहां से पिछले चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया था। विधानसभा चुनाव और जातिगत समीकरणों के आधार पर सात सांसदों की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। इनमें आदिवासी श्रेणी के सांसद, ओबीसी से आने वाले चेहरे, महिला चेहरों से लेकर युवा और बड़ा अनुभव रखने वाले नेताओं के नाम भी शामिल हैं। गौरतलब है कि ये भी चर्चा है कि प्रदेश से किसी एक को ड्रॉप किया जा सकता है।महिलाओं में ये नाम राजसमंद सांसद दीयाकुमारी और भरतपुर सांसद रंजीता कोली का नाम चर्चा में है। दौसा से सांसद जसकौर मीणा भी चेहरा हो सकती हैं, अगर उम्र आड़े नहीं आई तो।एसटी-एससी में ये चेहरे पूर्वी राजस्थान के लिहाज से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़लाल मीणा और करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजोरिया को मौका दिया जा सकता है। बांसवाड़ा सांसद कनकमल कटारा का नाम भी चर्चा में है।युवा और अनुभवी चेहरों में ये नामरू से सांसद राहुल कस्वां पर भी दांव खेला जा सकता है। इससे शेखावटी बेल्ट और ओबीसी जैसे बड़े वर्ग को साधा जा सकता है। अनुभवी चेहरों में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी का नाम भी सियासी चर्चा में है। ओबीसी युवा चेहरे अलवर सांसद बालकनाथ भी पसंद हो सकते हैं।फिलहाल केंद्र में राजस्थान से 5 मंत्री…मोदी सरकार में राजस्थान से 5 चेहरे शामिल हैं। इनमें जनशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, डॉ. भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव शामिल हैं। ये तीनों ही कैबिनेट मंत्री हैं। अर्जुनलाल मेघवाल को कानून मंत्री बनाया है, जिनके पास स्वतंत्र प्रभार है।जातिगत समीकरण साधने की कोशिशराजनीतिक पार्टियां जातिगत समीकरण साधने की कोशिश करती हैं। शेखावाटी के पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीप धनखड़ को भाजपा ने उपराष्ट्रपति बनाया। कोटा सांसद ओम बिरला लोकसभा स्पीकर हैं। चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ नेता प्रतिपक्ष हैं और आमेर से विधायक सतीश पूनियां उपनेता। चित्तौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी है।


