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बीकानेर शहर के ब्याज माफियों की बनी कुंडली, जल्द ही सीज होगी संपत्ति, कई परिवार उजड़े आज तक

बीकानेर। राजस्थान को अपराध मुक्त बनाने के लिये जीरो टॉलरेंसी की नीति पर काम कर रही पुलिस ने अब -ब्याज माफियाओं पर शिंकजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिये पुलिस ब्याज माफियाओं की अपराधिक कुण्डली खंगालने के साथ उनकी नामी और बेनामी संपति भी रिकॉर्ड में ले रही है। इनमें बीकानेर जिले के भी दो दर्जन – ब्याज माफिया पुलिस की रडार में जिनमें बीकानेर शहर के अलावा श्रीडूंगरगढ़, नोखा और लूणकरणसर के ब्याज माफिया भी शामिल है। पता चला है कि -ब्याज माफियाओं की संपति का पता लगाने के लिये स्टेट की रेवेन्यू इंटेलिजेंसी से मदद ली जा रही है। वहीं ब्याज माफियाओं की अपराधिक रिकॉर्ड अपटेड करने का जिमा साइबर सैल को सौंपा गया है। पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार जरूरमंदो को उधार में रूपये देकरउनसे दुगुनी उगाही करने वाले -ब्याज माफियाओं का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। रिकॉर्ड अपडेट करने के बाद -ब्याज माफियाओं की अवैध और धमकाकर खड़ी की गई प्रोपर्टी को पुलिस सीज करवाएगी। इसके लिये प्रदेशव्यापी स्तर पर विशेष अभियान चलाया जायेगा। अभियान के पहले चरण में – ब्याजमाफियाओं का अपराधिक रिकॉर्ड के साथ उनकी फाइल तैयार की जाएगी। पुलिस कोर्ट के जरीए इन ब्याज माफियाओंकी अवैध संपत्ति को सीज करेगी। पुलिस ने इसका भी पुख्ता तौर पर पता लगा लिया है कि ब्याज माफिया संगठित गिरोह के रूप में काम कर रहे है। जो सूदखोरी के अवैध कारोबार से करोड़ो की कमाई कर अपने रिश्तेदार या फिर करीबियों के नाम से संपत्ति बनाते हैं। बेनामी संपत्ति से होने वाली आय से वे फरारी के दौरान भी शानो- शौकत से रहते हैं। पुलिस मुयालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार विधानसभा सत्र के दौरान संपत्ति और विपक्ष के विधायकों ने सदन में मामला उठाया था कि प्रदेश में सक्रिय ब्याज माफियाआ संगठित गिरोह केरूप में काम कर रहे है,जो उधारी में रकम देकर मनमानी ब्याज वसूली करने के साथ रकम चुकता नहीं करने वाले पीडि़तों की संपति पर कब्जा जमा लेते है। विधानसभा में यह मुद्दा उठने के बाद पुलिस ने ब्याज माफियाओं पर शिंकजा कसने के लिये विशेष अभियान चलाने की कार्ययोजना बनाई है। सक्रिय बदमाशों की बनाई गई सूची जानकारी में रहे कि बीकानेर में सक्रिय -ब्याज माफियाओं में कई नामी अपराधी और हार्डकोर अपराधी शामिल है,जो ब्याज खोरी के जरिये करोड़ो की संपति के मालिक बन चुके है। जिला पुलिस के थानों में इन – ब्याज माफियाओं के खिलाफ कई मामले दर्ज है। पीडि़तो से लैंक स्टांप और चैक लेकर उन्हे अपने ब्याज खोरी केचक्रव्यूह में फंसाने वाले माफियाओं की प्रताडऩा सेआहत होकर कई लोग खुदकुशी भी कर चुके है। बीकानेर के -ब्याज माफियाओं में कई क्रिकेट बुकी,शराब कारोबारी, होटल व्यवसायी और रियल स्टेट कारोबारी भी शामिल है।

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