
प्रदेश में स्मार्ट मीटर योजना को झटका:हाईकोर्ट से स्टे, खारीज कराने की तैयारी में जुटे, अब अगले माह खुलेंगे टैंडर






अजमेर। राजस्थान में अजमेर, जयपुर व जोधपुर डिस्कॉम की ओर से लगाए जाने वाले स्मार्ट मीटर योजना फिलहाल अटक गई है। कारण हाईकोर्ट की ओर से गत 27 मार्च को जारी किया गया स्टे है। ऐसे में 26 अप्रैल को खोले जाने वाले टैंडर की डेट एक माह बढ़ाई गई और अब कोर्ट से स्टे खारीज कराने के लिए डिस्कॉम की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है।
अजमेर डिस्कॉम क्षेत्र के 11 जिले में पहले चरण में 11.95 व दूसरे चरण में 42.37 लाख मीटर, जयपुर डिस्कॉम क्षेत्र के 12 जिले में पहले चरण में 21. 83 लाख, दूसरे चरण में 25.84 लाख मीटर, जोधपुर डिस्कॉम क्षेत्र के10 जिले में पहले चरण में 14.44 लाख, दूसरे चरण में 26.33 लाख मीटर लगाए जाने थे। इसके लिए अजमेर ने तीन, जोधपुर ने तीन व जोधपुर ने चार टैंडर निकाले। टैंडर भरने की लास्ट डेट 24 अप्रैल थी। यह टैंडर 26 अप्रैल को खोले जाने थे।
लेकिन इससे पहले ही गाजियाबाद की एक फर्म हाईकोर्ट चली गई और स्मार्ट मीटर के बक्से के पॉलीकार्बोनेट के लेने पर एतराज जताया। फर्म का आरोप था कि यह डी-ग्रेडेबल नहीं है और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की शर्तों का उल्लंघन है। इससे पर्यावरण को नुकसान है। इसके बाद 27 मार्च को ही हाईकोर्ट की ओर से स्टे जारी कर दिया गया। इसके बाद डिस्कॉम ने टैंडर 26 अप्रैल को खोले जाने का स्थगित कर दिया।
एक माह डेट बढ़ा दी फिलहाल, कोर्ट में जवाब देंगे
अजमेर डिस्कॉम के एक्सईएन (आईटी) एस.के.गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट से स्टे के कारण फिलहाल टैंडर खोलने की डेट एक माह बढ़ा दी है और स्टे खारिज करने के लिए जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं। स्टे खारीज होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समार्ट मीटर के बारे में जानिए…
रीयल टाइम, रीडिंग, लोड की जानकारी सुबह-शाम की मोबाइल पर प्रतिदिन मिलेगी।
मीटर से छेड़छाड़ कर अलग से तार लगाकर कनेक्शन करने, मीटर को बंद करने या मुख्य लाइन से सीधे कनेक्शन लेकर इसे बंद करने का प्रयास करेगा तो सॉफ्टवेयर में इसकी जानकारी मिलेगी।
मीटर उपभोक्ताओं के मोबाइल से जोड़े जाएंगे, जिस पर प्रतिदिन होने वाले बिजली खर्च व लोड की जानकारी का मैसेज आएगा।
यदि कोई मीटर से छेड़छाड़ करेगा तो सॉफ्टवेयर के जरिए आईटी टीम को पता चल जाएगा।
रात्रि को या सरकारी अवकाश के दिनों अथवा शहर बंद आदि की परिस्थितियों में यदि रिचार्ज खत्म होने पर भी कनेक्शन नहीं काटा जाएगा। अन्यथा रिचार्ज खत्म होते ही कनेक्शन कट जाएगा।
रिचार्ज कराने के महज पांच सैकंड बाद फिर से सप्लाई चालू हो जाएगी। प्री-पेड होंगे, यानि बिल नहीं आएगा। मीटर मोबाइल की तरह रिचार्ज किया जा सकेगा।
महिला या केवल बुजुर्ग ही रहते हैं जिन्हें मोबाइल चलाना नहीं आता तो टीम जाकर जानकारी देगी।
वर्ष भर के उपभोग का डाटा भी देख सकेंगे, किस माह में कितना उपभोग हुआ है, इसका डाटा मोबाइल पर रहेगा।


