
अब 29 अप्रैल तक पंजाब से मिलेगा पानी, पूर्ण नहरबंदी भी 5 दिन कम की






बीकानेर। राज्य में आंशिक नहरबंदी पांच दिन के लिए बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही पूर्ण नहरबंदी पांच दिन घटाई गई है। अब पंजाब से 29 अप्रैल तक पानी मिलेगा। राज्य की मुख्य सचिव उषा शर्मा और पंजाब के मुख्य सचिव के बीच बातचीत के बाद यह फैसला किया गया है। सरहिन्द फीडर क्षतिग्रस्त होने के कारण 26 मार्च से 8 अप्रैल तक राजस्थान को 13 दिन पेयजल जरूरतों के लिए 18500 क्यूसेक पानी नहीं मिल पाया था। इससे राजस्थान के जिलों में जलाशय और डिग्गियां पूरी तरह से नहीं भर पाईं। पेयजल किल्लत की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने पंजाब के मुख्य सचिव से बात की। उसके बाद पंजाब ने आंशिक नहरबंदी पांच दिन बढ़ाकर 29 अप्रैल तक कर दी है और पूर्ण नहरबंदी में पांच दिन कम कर दिए हैं। आंशिक नहरबंदी के दौरान 26 मार्च से मुख्य नहर को बंद कर सरहिंद फीडर से 2000 क्यूसेक (500 करोड़ लीटर) पानी प्रतिदिन इंदिरा गांधी नहर में प्रवाहित कर पेयजल व्यवस्था जारी रखी जानी थी, लेकिन 26 मार्च को सरहिंद फीडर क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान 26 मार्च से 8 अप्रैल तक 13 दिन पेयजल योजनाओं के लिए प्रतिदिन 2000 क्यूसेक पानी नहीं मिलने से इंदिरा गांधी मुख्य नहर एवं वितरिकाओं में की गई पेंडिंग का पानी उपयोग करना पड़ा। इससे पेंडिंग में 10 से 80 प्रतिशत की कमी हो गई। बीकानेर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर की वितरिकाओं में सर्वाधिक कमी रही। विभागीय डिग्गियों के भंडारण में भी 10 से 20 प्रतिशत की कमी आ गई।
पंजाब सरकार की ओर से आंशिक नहरबंदी बढ़ाने (26 मार्च से 29 अप्रैल) एवं पूर्ण नहरबंदी में पांच दिन कम करने (30 अप्रैल से 24 मई) से उसकी भरपाई हो जाएगी। साथ ही, वितरिकाओं एवं विभागीय डिग्गियों में पेंडिंग की कमी पूरी हो सकेगी।


