अब गवाहों के बयानों की ऑडियो-वीडियो रिकार्डिंग






बीकानेर। राज्य में पुलिस थानों में दर्ज मुकदमों में जो लोग गवाही देंगे,पुलिस उनके बयानों की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग करेगी। इसके लिए पुलिस कर्मियों को टेबलेट उपलब्ध करवाएगी। पुलिस कर्मियों को आईटी फे्रंडली बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके उपरांत राज्य भर के पुलिस कर्मियों को टेबलेट उपलब्ध कराने की प्लानिंग है। पुलिस के अनुसार इस टेबलेट में अनुसंधान अधिकारी के पास गवाहों के ऑडियो-वीडियों के रिकॉर्डिंग की सुविधा रहेगी। साथ ही जांच प्रक्रिया के होने वाले गतिविधियों का सटीक स्थान भी चिन्हित हो सकेगा। अभी आईओ गवाहों के हस्ताक्षर करवाकर अपने तरीके से बयान लिखते हैं। साथ ही घटना स्थल का मौका मुआयना कर नक्शा बनाते हैं। इस प्रक्रिया में कई बाद गलती हो जाती है और आरोपी बच निकलता है। पुलिस पर कई बार परिवादी आरोप लगाते हैं कि उन्होंने बयान कुछ और दिया है और दर्ज कुछ और किया गया है।
तकनीक का बेहतर उपयोग
पुलिस केस डायरी के नए मॉड्यूल से एवं टेबलेट वितरित करने से पुलिसकर्मी तकनीक का बेहतर उपयोग कर सकेंगे।पुलिस ने आम लोगों को पुलिस मित्र योजना के तहत जोडऩा भी शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत ऐसे स्वप्रेरित व्यक्तियों को जोडऩा है,जो सामाजिक और जनहित के कार्यों में पुलिस के सहभागी के रूप में कार्य करेंगे। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के भारतीय नागरिक आवेदन कर सकते हंै। राजस्थान पुलिस की अधिकृत वेब पोर्टल पर पुलिस मित्र के लिंक पर क्लिक करने से आवेदन पत्र खुल जाएगा। ऑप्शन पर क्लिक करने पर आवेदन पत्र संबन्धित थानाधिकारी के पास पहुंच जाएगा और वह व्यक्ति पुलिस मित्र बन जाएगा।


