
सोने में तेजी थमी, फिर आया 61 हजार पर, चांदी की चमक बरकरार






जयपुर। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में गिरावट और खराब मानसून से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका ने निवेशकों में घबराहट पैदा कर दी है, जिससे घरेलू बाजार में दोनों कीमती धातुओं के दामों में नरमी आई।देश में खराब मानसून ने सोने की तेजी को ब्रेक लगा दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में गिरावट और खराब मानसून से उत्पादन प्रभावित होने की आशंका ने निवेशकों में घबराहट पैदा कर दी है, जिससे घरेलू बाजार में दोनों कीमती धातुओं के दामों में नरमी आई। हालांकि, सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के दामों में विपरीत रूख देखा गया। मंगलवार को जयपुर सर्राफा बाजार में सोने के दाम 200 रुपए टूटकर एक बार फिर 61,000 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गए। दूसरी तरफ, वायदा बाजार में मजबूती से चांदी के दाम 200 रुपए चढक़र 70,500 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए।
सोने में आगे भी है तेजी अनुमानमहंगाई बढऩे की आशंका, वैश्विक बाजारों में बैंकिंग संकट खड़ा होने और अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर जैसी आशंकओं के बीच सोने के प्रति लगातार सकारात्मक माहौल बना हुआ है और इससे सोनेकी कीमतों में आगे तेजी आने की संभावना है। आने वाले दिनों में यह 64,000 रुपए प्रति दस ग्राम तक जा सकता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इस हफ्ते होने वाले बैठक को अहम माना जा रहा है। इसकेबाद ही सोने का रास्ता तय होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमत 2185 डॉलर प्रति ओंस तक जा सकती है। घरेलू स्तर पर इसकी कीमत 64,000 रुपए तक पहुंच सकती है। बैंकिंग संकट के कारणनिवेशक ने सोने का रुख किया है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 22 मार्च को बैठक होनी है। इसके बाद ही सोने की आगे की राह तय होगी।


