
शिक्षा विभाग के आदेश की धज्जियां उड़ा रही स्कूलें, विभाग ने समय रहते एक्शन नहीं लिया तो बड़े स्तर पर ठगे जाएंगे अभिभावक






खुलासा न्यूज, बीकानेर। शहर की कई निजी स्कूल्स प्रशासन द्वारा शिक्षा विभाग के आदेश की खुल्लेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिस पर विभाग भी चुप्पी साधे बैठा है। दरअसल, शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों एक आदेश जारी किया था कि निजी स्कूलों को शिक्षण सत्र शुरू होने से दो माह पूर्व पुस्तकों की सूची, लेखक एवं प्रकाशक का नाम तथा मूल्य के साथ अपने विद्यालय सूचना पटल एवं अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करना होगा और शाला के विद्यार्थियों/अभिभावकों द्वारा मांगने पर उन्हें उपलब्ध करवाना होगा ताकि विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक इन पुस्तकों को अपनी सुविधानुसार खुले बाजार से भी खरीद सके। इस आदेश की पालना शहर के कई स्कूल्स द्वारा नहीं की जा रही, जिसमें कई बड़े स्कूलें भी शामिल हैं। इस संबंध में अभिभावकों की लगातार शिकायतें सामने आ रही है कि स्कूल प्रशासन द्वारा अपने सूचना पटल और वेबसाइट दोनों पर स्कूल सामग्री (पुस्तकों की जानकारी) अपलोड नहीं की जा रही। स्कूलों संचाकलों द्वारा मोनोपॉली की जा रही है, ताकि शिक्षण सामग्री खरीद में अभिभावकों से अधिक पैसे लेकर मोटा मुनाफा कमाया जा सके। दरअसल, स्कूल प्रशासन स्कूल सामग्री (बुक्स) सूचना पटल या वेबसाइट पर अपलोड कर दे तो इससे अभिभावकों को काफी फायदा होगा, क्योंकि वे कई दुकानों में मोल-भाव कर कम पैसों में पुस्तक खरीद कर सकेंगे। लेकिन कई निजी स्कूल्स द्वारा अभिभावकों को इस महंगाई में राहत न देकर अपना फायदा करने की फिराक में हैं, जिसमें कुछ बड़ी स्कूलें भी शामिल हैं। अगर विभगा ने इस संबंध में कड़ा एक्शन नहीं लिया तो पुस्तक खरीद के मामले में अभिभावक बड़े स्तर पर ठगे जाएंगे। हालांकि शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को फिर से आदेश जारी कर स्कूलों को इस संबंध में पाबंद किया है। ऐसे में देखने वाला विषय यह होगा कि इस बार किये आदेश के बाद स्कूल्स प्रशासन की आंखे खुलती है या नहीं। बता दें कि इस संबंध में खुलासा न्यूज पोर्टल की ओर से भी लगातार निगरानी रखी जा रही है, अगर स्कूलों ने समय रहे विभाग के आदेश की पालना नहीं की तो इसका खुलासा किया जाएगा। साथ ही अभिभावकों से भी अपील है कि वे इस संबंध में हमें सूचना उपलब्ध करवा सकते है कि आपके बच्चों के स्कूल भी आदेश की पालना कर रहे है या नहीं।


