
बीकानेर सहित प्रदेश के 930 थानों में प्रतिमाह पर दो दो लांगरी लगाने का प्रस्ताव भेजा






बीकानेर। पुलिस थानों में थानेदारों से मेल मुलाकात के लिये हर वर्ग समुदाय के मौजिज लोग आते रहते है,इनके साथ कई साथ कई बार बदमाश प्रवृति के लोग भी आ जाते है। ऐसे में जब थाना पुलिस कोई कांस्टेबल उनके लिये चाय पानी लेकर आता है तो उसे ग्लानी सी महसूस होती है लेकिन अनुशासन की डोर में बंधे होने के कारण वह कुछ बोल नहीं पाता है। प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने अब थाना पुलिस कर्मियों की इस पीड़ा को गंभीरता से लिया है। पुलिस मुख्यालय ने थानों में वर्दी का मान रखने के लिए राज्य सरकार को इस बार बजट मांग में प्रदेश के हर थाने के लिए दो-दो लांगरी लगाने का प्रस्ताव भेजा है। पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक थानों में गलती होने के बावजूद किसी परिचित रसूखात रखने वाले को बदमाश सिफारिश के लिए ले आते हैं। इसके अलावा आपराधिक प्रकरणों में बदमाशों को पकड़ा जाता है। लेकिन इनको चाय-पानी वर्दी में तैनात पुलिसकर्मी को पिलानी पड़ती है। इससे वर्दी के मान सम्मान को ठेस पहुंचती है। इसके चलते बीकानेर समेत प्रदेश के 930 थानों में 8000-8000 रुपए प्रतिमाह में दो-दो लांगरी लगाने का प्रस्ताव भेजा है जिससे थाना पुलिस कर्मियों का मान सम्मान कायम रह सके। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय ने चौकी, थाना भवन के साथ अन्य अधिकारियों के भवन निर्माण के लिए बजट, भत्ते बढ़ाने, एससीआरबी के लिए अलग से डाटा सेंटर बनाने सहित कुल 80 से अधिक प्रस्ताव सरकार को बजट के लिए भेजे हैं।
महकमें में सुधार के लिये मांग है सुझाव
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक सरकार ने बजट से पहले पुलिस महकमे में सुधार के लिए आमजन से ऑनलाइन सुझाव मांगे। अधिकांश सुझाव कांस्टेबलों की पे ग्रेड बढ़ाने, मैस भत्ता बढ़ाने और पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने से संबंधित सुझाव आए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस को जांच में क्या करना चाहिए, घटना स्थल पर मौके पर तुरंत कैसे पहुंचे, अपराधियों की धरपकड़ के लिए क्या करना चाहिए, पीडि़त को न्याय कैसे दिलाएं, इस संबंध में कोई सुझाव नहीं आया।


