
मोटरसाइकिल रखने की जगह नहीं तो क्यों लेकर आए, गाय तो इसी चौक में रहेगी, चाहे कोई अधिकारी आ जाये






शिव भादाणी की रिपोर्ट
गाय मालिकों की हठधार्मिता के आगे प्रशासन लाचार
बीकानेर। कुछ इस तरह की बात करने वाले शहरवासियों के कारण आये दिन बुजुर्ग युवा पशुओं के शिकार हो रहे है। अगर देखा जाये तो शहर के अदरुनी हिस्से में कुछ ऐसे चौक है जहां पर गायों की भरमार है जिसके कारण वहां पर रहने वाले लोग जबरदस्त पीडि़त है पर बेचारे क्या करे किसको कहे अगर किसी ने गाय मालिक को कह दिया तो वो झगड़े में उतारु हो जाता है और प्रशासन भी ध्यान दे नहीं रहा है। शहर के बड़ा बाजार, सुथारों की बड़ी गुवाड़ा, गुर्जरों का मौहल्ला, छबीली घाटी, लक्ष्मीनाथ मंदिर, सिंगियों का चौक, मोहता का चौक, जस्ससूर गेट, नत्थुसर गेट के अंदर व बाहर सहित कई ऐसे इलाके है जहां लोगों के घरों के आगे गायों को रख रखा है और गली की चौड़ाई 2 फूट तक है। आस पडौसी सभी परेशान है लेकिन गाय मालिक अपनी हठधार्मिता नही छोड़ रहा है। इन चौकों में आये दिन लोगों के वाहनों को रात को नुकसान पहुंचाते है और आने जाने वाले राहगिरों को भी चोट पहुंचाते है लेकिन प्रशासन व गाय मालिको की लापरवाही का खामियाज चौक में रहने वाले लोगों को भुगतना पड़ रहा है। जबकि सरकारी आदेशों के अनुसार नगर विकास न्यास क्षेत्र में कोई भी पशु नहीं होना चाहिए गायों के लिए शहर से दूर स्थान होना चाहिए जिससे की शहर के बुजुर्गों व युवाओं को कोई नुकसान नहीं हो। नाम नही छापने की शर्त पर एक पीडि़त ने बताया कि जब गाय के मालिक के पास गये तो वो आग बबूला हो गया और मारने के लिए उतारु हो गया और बोला अगर आपके घर में वाहन रखने की जगह नहीं थी तो फिर क्यों लेकर गाय तो इसी चौक में रहेगी आपको जो करना है करला इस शहर में कोई अधिकारी आ जाये हमारी गाय तो इसी जगह पर रहेगी।
खुलासा न्यूज प्रशासन से निवेदन करता है आप अपने स्तर पर एक टीम का गठन कर शहर के चौकों में देर रात को निरीक्षण करवा कर गायों को शहर से बाहर भेजी जाये और गायों के मालिकों पर भारी जुर्माना ठोका जाये जिससे आमजन को राहत मिलेगी। अभी कुछ दिन पहले ही लक्ष्मीनाथ मंदिर के पास एक गाय ने एक दर्शनार्थी को गाय ने उठाकर पटक दिया जिससे उसकी नाक लगी और वह गंभीर से घायल हो गया।


