
पोछा लगाने से मना करने पर महिला कैदी को पीटा






भरतपुर. सेवर की महिला जेल में महिला कैदी की पिटाई करने का मामला सामने आया है। पोछा लगाने से मना करने पर महिला कैदी की महिला सिपाही ने लाठी से जमकर पिटाई कर दी। इससे महिला कैदी के शरीर के कई नाजुक अंगों पर चोट के निशान बन गए हैं। घटना के बाद पीडि़त कैदी ने परिजनों के आने के बाद मामले से अवगत कराया। इसके बाद परिजनों ने आरोपी महिला सिपाही के खिलाफ कार्रवाई करने की ठान ली। वहीं परिजनों की ओर से की गई शिकायत के बाद भी न ही जेल प्रशासन संबंधित सिपाही के खिलाफ कोई मामला दर्ज करा रहा है और न ही पीडि़ता का कोई मेडिकल होने दिया।
बता दें कि नशीले पदार्थ के मामले में पंजाब के बठिंडा जिले की सरबजीत कौर सेवर जेल में करीब 10 वर्ष की सजा काट रही है। परिजनों के अनुसार 27 नवंबर को कैदी सरबजीत ने पोछा लगाने की मना किया तो जेल की सिपाही कविता गुर्जर से उसकी कहासुनी हो गई। इसके बाद गुस्साई सिपाही कविता ने कैदी सरबजीत की बेरहमी से डंडों से जमकर पिटाई की। महिला कैदी को बुरी तरह से इतने डंडे मारे की उसके शरीर के कई अंगों में डंडों के निशान छपकर हरेे पड़ गए। इसके बाद एक दिसंबर को परिजनों ने जेल में आकर सरबजीत से मुलाकात की तो उसने उन्हें पूरी जानकारी दी। इसके बाद कैदी के परिजनों ने 181 हेल्पलाइन पर सूचना देकर शिकायत दर्ज कराई।
दर्द की दवा और मलहम लगाकर चोटों के निशान ठीक करने में जुटे
जेल के अंदर महिला कैदी की बेरहमी से पिटाई के मामले को जेल प्रशासन दबाने में जुटा हुआ है। इसी के चलते पीडि़त कैदी का 24 दिन बाद भी मेडिकल नहीं कराया गया है। पीडि़त कैदी के चोटों के निशान पर मलहम लगाकर उन्हें ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही दर्द की दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। ताकि पीडि़त कैदी जल्द ही ठीक हो जाए और मामला पूरी तरह से दब जाए।
महिला कैदियों की पिटाई के साथ नोचे जा रहे सिर के बाल
जेल सूत्रों की मानें तो सेवर जेल में सजा काट रही महिला कैदियों को स्टॉफ की ओर से किन्हीं न किन्हीं कारणों को लेकर लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है। इसमें कई महिला कैदियों की पिटाई के साथ उनके सिर के बालों को भी नोचा जा रहा है। जेल में बंद कैदियां डर के कारण अपनी बातों को किसी के सामने नहीं रख पा रही हैं। क्योंकि शिकायत होने के बाद महिला सिपाही उनकी फिर बेरहमी से पिटाई करती हैं।
इनका कहना है
मेडिकल के लिए पीडि़ता ने मना किया, एफआईआर वो करवाए- घटना के बाद सखी वन स्टॉप सेंटर की टीम आई थी। इस पर पीडि़ता को सेवर थाने भी भेजा गया था, लेकिन उसने मेडिकल करवाने से मना कर दिया था। एफआईआर दर्ज करवाने के लिए कोई मना नहीं है। पीडि़ता लिखित में शिकायत देगी, तभी एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। फिलहाल मैं बाहर हूं। आते ही मामले की जांच करवाता हूं।
अशोक वर्मा, जेल सुपरिटेंडेंट, सेवर जेल
मैं इस मामले में कुछ नहीं बता सकती हूं। फिलहाल टीम ने पीडि़ता का मेडिकल कराकर एफआइआर कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन जेल प्रशासन की ओर से अभी तक ऐसा कुछ नहीं कराया गया है। महिला सिपाही के खिलाफ एफआइआर कराने के लिए अब एसपी को पत्र लिखा है।
-सृजना चौधरी, केंद्र प्रबंधक, सखी वन स्टॉप सेंटर, भरतपुर
-जयपुर 181 कंट्रोल रूम से कॉल आने से बाद पीडि़त महिला कैदी की काउंसिलिंग की है। उसके शरीर में काफी गंभीर चोटें आई हैं। 24 दिन बाद भी कोई एफआइआर नहीं दर्ज की गई। पीडि़ता का मेडिकल भी नहीं हुआ है। इस संबंध में केंद्र प्रबंधक को भी अवगत करवा दिया है।-रवीना खान, केस वर्कर, सखी वन स्टॉप सेंटर, भरतपुर


