
गहलोत-पायलट और वसुंधरा का ब्लू टिक खतरे में






ये सवाल खुद एलन मस्क के एक ट्वीट ने खड़ा कर दिया है।
मस्क ने 13 दिसंबर को ट्वीट किया- In a few months, we will remove all legacy blue checks. The way in which they were given out was corrupt and nonsensical.
यानी कुछ महीनों में हम सभी लेगेसी ब्लू टिक हटा देंगे। जिस तरह से ये ब्लू टिक दिए गए, वो तरीका बहुत ही भ्रष्ट और बेतुका था।
अब आप सोच रहे होंगे-लेगेसी ब्लू टिक क्या है? इसका पता कैसे चलता है। दरअसल, ट्विटर ने ब्लू टिक को 3 कैटेगिरी में बांट दिया है। आपका अकाउंट कौनसी कैटेगिरी में है, ये जानने के लिए आपको ब्लू टिक के निशान पर क्लिक करना होगा।
क्लिक करने पर अभी 3 मैसेज दिख रहे हैं
- ये एक लेगेसी वेरिफाइड खाता है। ये नोटेबल हो भी सकता है और नहीं भी।
- ये अकाउंट वेरिफाइड है, क्योंकि ये किसी सरकारी, न्यूज़, इंटरटेनमेंट या किसी अन्य नामी कैटगरी के तहत नोटेबल है।
- ये अकाउंट वेरिफाइड है, क्योंकि ये ट्विटर ब्लू से सब्सक्राइब्ड है।
अब आप एलन मस्क का प्रोफाइल देखिए, आप खुद समझ जाएंगे ट्विटर का ये आदेश कैसे उनका ब्लू टिक हटा सकता है।
हालांकि, भले ही ट्विटर मस्क का ब्लू टिक न हटाए, लेकिन इस फैसले पर अमल हुआ तो देश और राजस्थान से जुड़े कई बड़े लोगों का नीला टीका खतरे में आ जाएगा। ये क्लियर है कि जिस तरह से मस्क को ब्लू टिक मिला वैसे ही जिन लोगों को मिला, उन सभी का हट जाएगा।


