
बीकानेर में फर्जी ऑर्डर के मामले को ठंडा करने हो रही नोटों बौच्छार, पुलिस नहीं दिखा रही दिलचस्पी!






खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम में अस्पताल अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों के फर्जी पर्चेज ऑर्डर जारी करने के मामले को अब नोटों की बौच्छारों से ठंडा किया जा रहा है। इसलिये पुलिस भी मामले की परते खोलने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। पता चला है कि मामले की परतें खुलने पर होस्पीटल में लंबे अर्से से चल रहे फर्जी ऑर्डरों से दवाओं की सप्लाई का बड़ा खेल उजागर होने से दवा सप्लायर के साथ होस्पीटल के कई धूंरधर भी निपट सकते है । इसलिये पर्दे के पीछे बैठे होस्पीटल के कई जिम्मेदारों के साथ इस मामले को लेकर लाईम लाईट में आई एक फर्म का सप्लायर भी नोटों की बौच्छार करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। खबर है कि मामले की जांच में लाखों रूपये नहीं बल्कि करोड़ों रूपये की दवा सप्लाई के फर्जी ऑर्डर सामने आ सकते है ।
ये है पूरा मामला..
पीबीएम अधीक्षक डॉ पी के सैनी ने 6 सितम्बर को मैसर्स गणेश डिस्ट्रीब्यूटर को दो आर्डर दिए। जिनमें 3039 और 3015 रूपये की दवाईयां खरीदने के ऑर्डर थे।किन्तु इसी डिस्ट्रीब्यूटर के नाम से 6790000 और 2438700 रूपये सहित कुल 92 लाख 28 हजार 700 रूपये की दवाईयों के दो अलग ऑर्डर सामने आएं है। इन फर्जी हस्ताक्षर वाले ऑर्डर 15 सितम्बर के है। अब यह मामला प्रकाश में आने के बाद पीबीएम प्रशासन हरकत में आया है और इस प्रकार की हरकत करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने धारा 419,420,465,468 के तहत मामला दर्ज कर जांच एसआई भंवरलाल को सौंपी गई । इस मामले को लेकर अब पुलिस भी परते खोलने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।


