
मंत्री की दादागिरी,गहलोत के मंत्री अफसरों में हावी होने की कोशिश






बीकानेर। पिछले काफी दिनों से देखने में आ रहे है कि गहलोत के मंत्री प्राय: आईएएस व आरएएस अधिकारियों पर हावी होने की कोशिश कर रहे है। सोमवार को भी एक ऐसा मामला बीकानेर के रविन्द्र मंच से सामने आया जहां जिले के मुखिया पंचायती राज के मंत्री रमेश मीणा की सभा में बैठे थे। उसी समय कोई अतिआवश्यक फोन कलक्टर साहब के पास आया तो उन्होंने फोन उठा लिया और उठाना भी उनकी जिम्मेदारी है क्योकि वो जिले के कप्तान है उनको पूरे जिले के निवासियों का ध्यान रखना पड़ता है। उनकी डियूटी 24 घंटे है। आपको पता दे बीकानेर जिला कलक्टर बहुत ही स्वाभाविका व ईमानदार कलक्टर के रुप में अपना काम कर रहे है। सरकार की योजनाओं को धरातल पर लेकर आने के लिए अवकाश के दिन भी अपना काम करते नजर आते है उस अधिकारी को मंत्री के द्वारा इस तरह सभा से बाहर जाने का कहना गलत है और यह मंत्री की दादागिरी है कि वो एक आरएएस अधिकारी को किस तरह से बोलते है। अगर कलक्टर साहब फोन नहीं उठाते है तो मंत्रियों की शिकायत रहती है कि आप फोन नहीं उठाते हो और उठा लिया तो नाराज मंत्री हमेशा अपने आपको ही ऊंचा दर्ज देता है। अधिकारी के पास जबाबदेही होती है कब सरकार कौनसे विभाग की रिपोर्ट कार्ड मांग ले उनको अपना काम हर समय पूरा करके रखने पड़ता है।


