
कलेक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी:पहले फेज में मच्छरों की संक्रमण चेन तोड़ने में फेल ‘चिकित्सा विभाग’






जयपुर।प्रदेश में अच्छी बारिश के चलते मच्छरों के संक्रमण चेन तोड़ने में चिकित्सा विभाग ने पहले फेज में फेल होने के बाद अब दूसरे चरण की तैयारी कर ली है। एडीज एजिप्टाई मच्छर के काटने से फैलने वाला डेंगू का डंक जारी है। हालात बेकाबू होने के कारण स्थानीय निकाय, नागरिक सुरक्षा, चिकित्सा शिक्षा, पशुपालन, शिक्षा, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग जैसे 13 विभागों के साथ मिलकर 14 से 28 नवंबर तक हमारा स्वास्थ्य हमारी जिम्मेदारी अभियान चलाया जाएगा। चिकित्सा सचिव डॉ.पृथ्वी ने समस्त जिला कलक्टरों को मच्छर जनित बीमारियों पर काबू पाने के लिए विभागों के साथ मिलकर गतिविधि संचालित करने अौर मॉनिटरिंग के लिए कहा है। ऐसे संक्रमित कर रहा है मच्छर
डॉक्टरों के अनुसार पहले से संक्रमित व्यक्ति को जब कोई साधारण मच्छर काटता है तो डेंगू मच्छर शरीर में प्रवेश कर जाता है। जब वहीं मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वायरस व्यक्ति के खून में चला जाता है। इसलिए डेंगू से बचने के लिए पहले मच्छरों से बचना चाहिए।
ऐसे काम करेंगे 13 विभाग; मच्छरों के खात्मे के लिए बनाया प्लान
स्थानीय निकाय: नगर निगम, नगर पालिका के अधिकारियों को मच्छर पाए जाने वाले घरों को नोटिस व चालान की कार्रवाई करना। फोगिंग करना, साफ-सफाई, गंदे पानी में मॉस्किटो लार्वीसाइडल ऑयल (एमएलओ) डालना, सड़क पर बने गड्ढे को भरना, अनावश्यक लगे झाड़-फूंक को हटाना।
चिकित्सा विभाग : एंटीलार्वा व एंटीएडल्ड एक्टिविटी, बुखार के मरीजों की स्लाइड बनाना, नगर निगम से समन्वय स्थापित कर लार्वा का डिमॉन्सट्रेशन, हूपर के माध्यम से आईसी गतिविधि।
नागरिक सुरक्षा: छत पर रखी पानी की टंकियों की सफाई और खुली टंकियों को ढकना।
चिकित्सा शिक्षा : मेडिकल कॉलेज से संबंधित सेंटिनल सर्विलेंस हॉस्पिटल में डेंगू की एलाइजा मशीन के जरिए जांच, मौसमी बीमारियों से होने वाली मौतों की डेथ ऑडिट।
ईएसआई हॉस्पिटल: डेंगू की जांच एलाइजा मशीन के जरिए करना।
शिक्षा विभाग: प्रार्थना के समय विद्यार्थियों को मौसमी बीमारियों के बारे में जागरूक करना, स्कूल परिसर में एंटीलार्वा व सोर्स रिडक्शन गतिविधि।
आयुर्वेद विभाग: सर्वे व सुपरविजन में सहयोग।
पशुपालन विभाग: चिकित्सा विभाग से संपर्क कर बुश टाइफस प्रभावित क्षेत्रों में छिड़काव और बचाव।
समाज कल्याण : विभाग से संबंधित स्कूल व हॉस्टल में सोर्स रिडक्शन, एंटीलार्वा गतिविधि।
नर्सिंग काउंसिल: सर्वे के लिए विद्यार्थी उपलब्ध करवाना और अन्य विभागों का सहयोग करना।
हाउसिंग बोर्ड व शहरी विकास : मल्टी स्टोरी अपार्टमेंट में नियमित एंटीलार्वल, सोर्स रिडक्शन गतिविधि, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को शामिल करना।
रेलवे हॉस्पिटल: डेंगू की जांच एलाइजा मशीन के जरिए


