Gold Silver

9 लोगों ने बैक को लगा डाली लाखों की चपत, नकली सोना गिरवी रख कर लिये लोन

हनुमानगढ़। नौ लोगों ने बैंक के एमपैनल गोल्ड अप्रेजल के साथ मिलीभगत कर बैंक शाखा में नकली सोना गिरवी रखकर करीब 32 लाख रुपए का गोल्ड लोन ले लिया। बैंक में हुई ऑडिट में इसका खुलासा हुआ। अब बैंक के मुख्य प्रबंधक की ओर से भिरानी पुलिस थाना में 10 जनों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाया गया है।
एएसआई कमलजीत सिंह ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक शाखा एडीबी छानीबड़ी के मुख्य प्रबंधक सुरेन्द्र सिंह पुत्र रामकुमार खाती निवासी गांव फेफाना तहसील नोहर ने लिखित रिपोर्ट दी कि वे भारतीय स्टेट बैंक एडीबी छानीबड़ी शाखा में करीब 2 वर्ष से मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। बैंक की यह शाखा कृषि और गोल्ड लोन ब्याज पर देने का काम करती है। गोल्ड पर लोन देने से पहले सोने की जांच करनी पड़ती है। इसके लिए बैंक ने कड़ोल ज्वैलर्स के प्रोपराइटर निशान्त सोनी पुत्र नत्थूराम सुनार निवासी छानीबड़ी को एमपैनल गोल्ड अप्रेजल नियुक्त कर रखा है, जो गोल्ड ऋण स्वीकृत करने से पहले सोने की जांच कर रिपोर्ट बैंक को भेजता है।
पैनल अप्रेजल की सोना सही होने के बारे में रिपोर्ट आने पर बैंक सोना गिरवी रखकर ब्याज पर लोन दे देता है। इसके काश्तकार के लिए 7 प्रतिशत वार्षिक, 7.5 प्रतिशत फ्लोटिंग रेट पर बैंक लोन देता है। शाखा छानीबड़ी से गोल्ड पर लोन लेने के लिए राजेश पुत्र अमरसिंह, जोगेन्द्र पुत्र चतरसिंह जाट, सतवीर पुत्र लीलूराम भाम्भी, राजेश पुत्र बलवंत सिंह जाट, देवूराम पुत्र मालाराम नायक, बलवीर सिंह पुत्र भजनलाल राजपूत, सुशील कुमार पुत्र रामेश्वर लाल कुम्हार व राजेश कुमार पुत्र हनुमान प्रसाद सुनार निवासी छानीबड़ी तथा विनोद कुमार पुत्र रामलाल जाट निवासी बेर ने बैंक के एमपैनल गोल्ड अप्रेजल निशान्त सोनी से मिलकर अपराधिक षड्यंत्र कर लिया। इसकी भनक बैंक को नहीं लगने दी। 2021 व 2022 में यह लोग अलग-अलग तारीखों में एमपैनल गोल्ड अप्रेजल निशान्त सोनी से मिलकर बैंक से गोल्ड लोन लेने के लिए आ गए। इन लोगों ने सोने के आभूषण बैंक को दिखाए तो बैंक ने इनकी जांच एमपैनल गोल्ड अप्रेजल निशान्त सोनी से करवाई।
एमपैनल गोल्ड अप्रेजल निशान्त सोनी पहले से ही इन लोगों से मिला हुआ था। उसने जान-बूझकर नकली सोने के आभूषण को असली सोना होने की रिपोर्ट कर दी। 12 अगस्त 2021 को राजेश पुत्र अमरसिंह ने बैंक में एक हंसली, दो कड़ा कुल 101.660 ग्राम सोने की बताकर 3 लाख रुपए का ऋण प्राप्त किया। 11 नवंबर 2021 को जोगेन्द्र पुत्र चतरसिंह जाट ने 5 कड़ा-चुड़ी वजन 104.660 ग्राम सोने की बताकर 3 लाख 2 हजार रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। राजेश पुत्र बलवंत जाट ने 11 जनवरी 2022 को 4 कड़े, 4 चुड़ी वजन 155.410 ग्राम सोने की बताकर 4 लाख 50 हजार रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। 19 जनवरी 2022 को सुशील कुमार पुत्र रामेश्वर लाल कुम्हार ने एक चेन सेट, एक कड़ा, एक हार वजन 94 ग्राम सोने के बताकर 2 लाख 34 हजार 700 रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। 25 जनवरी 2022 को राजेश कुमार पुत्र हनुमान प्रसाद ने एक हंसली, दो कड़ा जोड़ी, दो गलसरी वगैरा के कुल नग 6 वजन 192 ग्राम को सोने का बताकर 4 लाख 29 हजार रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। 27 जनवरी 2022 को देबुराम पुत्र मालाराम नायक ने एक हार, दो कांटे कुल 45.30 ग्राम सोने का बता कर 1 लाख 32 हजार 150 रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया।
देबुराम ने ही 11 अप्रेल 2022 को एक ब्रेसलेट, एक चेन वजन 35.07 ग्राम सोने का बताकर 1 लाख 12 हजार 300 रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। बलवीर सिंह पुत्र भजनलाल राजपूत ने 31 जनवरी 2022 को दो चुड़ी, तीन अंगूठी, दो कड़ा कुल 86.750 ग्राम सोने की बताकर 1 लाख 68 हजार 900 रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। विनोद पुत्र रामलाल ने 19 फरवरी 2022 को एक चकोर सेट, दो कड़ा, चार चुड़ी, दो कांटे, दो टॉपस, एक अंगूठी वजन कुल 144.250 ग्राम सोने की बताकर 4 लाख 20 हजार रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। इसी विनोद कुमार ने 29 जून 2022 को दो कड़ा, एक चेन कुल 58 ग्राम सोने की बताकर बैंक से 1 लाख 82 हजार 500 रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया। सतवीर सिंह पुत्र लीलूराम ने 20 मई 2022 को एक चकोर सैट, एक चेन, दो टॉपस, दो लॉकेट कुल वजन 59.680 ग्राम सोने का बता कर 1 लाख 61 हजार 900 रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया।
बैंक ने निशान्त सोनी की सभी जेवर सही व 22 कैरेट सोने होने की रिपोर्ट पर विश्वास कर इन लोगों को ऋण राशि दे दी। चूंकि बैंक में नियमित रूप से ऑडिट होती रहती है। जुलाई 2022 में ऑडिटर ने गिरवी रखे सोने को अन्य पैनल अप्रेजल ज्वैलर्स रिद्धि सिद्धि ज्वैलर्स, भादरा के प्रोपराइटर रोहताश सोनी से जांच करवाई। जांच में इन लोगों की ओर से बैंक में रखा गया सोना नकली पाया गया। तब उसने उक्त सभी ऋणियों व निशांत सोनी को बुलाया तो इन्होंने बैंक शाखा में आकर कहा कि जो करना था, उन्होंने कर लिया। हमारी कोई जिम्मेवारी नहीं है। इस प्रकार 9 ऋणी व एमपैनल अप्रेजल निशांत सोनी ने बैंक को धोखा देकर बैंक में नकली जेवर रखकर बैंक से करीब 32 लाख रुपए का ऋण प्राप्त कर धोखाधड़ी कर ली। मामले की जांच एएसआई कमलजीत सिंह कर रहे हैं।

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