रीट परीक्षा नकल के मामले मे पुलिस कस्टडी के दौरान अभियुक्त से रूपये लेने का मामला आया सामने

रीट परीक्षा नकल के मामले मे पुलिस कस्टडी के दौरान अभियुक्त से रूपये लेने का मामला आया सामने

 

बीकानेर। रीट परीक्षा में नकल को लेकर पुलिस ने प्रदेशभर में वाहवाही तो लूटी लेकिन अपनी ही हरकतों से शर्मसार होना पड़ रहा है। सीआई का मामला पहले से ही एसीबी में है। अब पुलिस कस्टडी में अभियुक्त से रिश्वत लेने का खुलासा हुआ है। रीट परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस बेचने वाले दिल्ली के व्यापारी ने बीकानेर, किशनगढ़ पुलिस थाना और नीम का थाना स्थित जेल में रिश्वत वसूलने की शिकायत एसीबी और पुलिस से की है। व्यापारी सुरेन्द्र धारीवाल ने सबूत के तौर पर फोन पे से रुपए ट्रांसफर करने के स्क्रीन शॉट भी पेश किए हैं।

जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में पुलिस रिमांड के दौरान मारपीट नहीं करने की एवज में 50 हजार रुपए लेने का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक एएसआई और दो कांस्टेबल ने सुरेन्द्र को लॉकअप से बाहर निकाला और पांच लाख रुपए की डिमांड की। रकम बड़ी होने के कारण उसने एक दिन का समय मांगा तो 50 हजार रुपए फोन पे से दो अलग-अलग नंबरों पर ट्रांसफर कराए गए।
धारीवाल ने एएसआई राधेश्याम, पुलिस कांस्टेबल अमित और अनिल बिश्नोई के खिलाफ एसपी को भी परिवाद भेजा है, जिसकी जांच एएसपी अमित कुमार को सौंपी गई है। इसी प्रकार किशनगढ़ थाने के एक सिपाही ने 30 हजार और नीम का थाना जेल में गार्ड व सिपाही ने दबाव बनाकर सात हजार रुपए ट्रांसफर कराए थे। यह सभी ट्रांजक्शन सुरेन्द्र ने अपनी पत्नी के मोबाइल से कराए। इन सभी मामलों की जांच एसीबी के जयपुर मुख्यालय स्तर पर की जा रही है।
रीट में नकल के मामले में आरोपी सुरेन्द्र से पुलिस कस्टडी में रुपए वसूलने की शिकायत मिली है। उसकी जांच की जा रही है। दोष साबित होने पर किसी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। -अमित कुमार बुढानिया, एएसपी सिटी

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