
गणेश प्रतिमाओं से सजा बाजार, ईको फ्रेंडली बप्पा की बढ़ी डिमांड






बीकानेर। प्रथम पूज्य भगवान गणेश का जन्मोत्सव गणेश चतुर्थी बुधवार 31 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी को लेकर घरों और मंदिरों में तैयारियां चल रही हैं। जयपुर के बाजारों में गणपति बप्पा की मूर्तियां सज गई हैं। बाजार में एक फीट से लेकर 15 फीट तक की गणेश प्रतिमाएं उपलब्ध हैं। 10 फीट से अधिक की प्रतिमाएं बुकिंग के हिसाब से तैयार की गई है। इनकी बुकिंग कई दिन पहले ही करा दी गई थी।
बाजार में अलग—अलग डिजाइन में गणेश प्रतिमाएं उपलब्ध हैं। इनमें लालबाग के राजा की मूर्ति भी शामिल है। बाजार में उपलब्ध प्रतिमाओं में गद्दी पर विराजमान गणेश की प्रतिमा लोगों के आकर्षक का केंद्र बनी हुई है। वहीं मूषक पर सवार बप्पा, डमरू सेठ, कमल पर विराजमान गणेश जी और गद्दी पर विराजमान गणेश की आकर्षक डिजाइन वाली मूर्तियां लोगों को काफी पसंद आ रही हैं। मूर्तियों के डिजाइन और साइज के हिसाब से उनके रेट निर्धारित है।
ईको फ्रेंडली गणेशजी की डिमांड ज्यादा
घरों में स्थापना के लिए श्रद्धालुओं की पहली पंसद ईको फ्रेंडली गणेशजी है। इसके चलते मिट्टी के गणपति अधिक बनाए गए हैं। इस बार ज्यादातर गणेश प्रतिमाएं खडिय़ा मिट्टी, फेवीकोल से बनाई है। इन्हें घर पर ही आसानी से विसर्जित किया जा सकेगा।


