
राजीव गांधी मार्ग पर सब्जी ठेलों को लगाने को लेकर आक्रोश






बीकानेर। संभागीय आयुक्त के निर्णयानुसार राजीव गांधी मार्ग पर सब्जी के ठेलों को लगाने का निर्णय किया गया है जो कि पूर्व में फड़बाजार में लगाये जाते थे, माननीय न्यायालय द्वारा एक वाद में यह निर्णय दिया जा चुका है कि शहर के ऐतिहासिक परकोटे के साथ व्यवसायिक गतिविधि अथवा आवासीय निर्माण नहीं करवाया जा सकता। पुरातत्व विभाग के नोटिफिकेशन के अनुसार भी इस प्रकार का उपयोग निषेध है । इस मार्ग पर ही सादुल स्कूल का मैदान है जो कि सार्वजनिक भ्रमण पथ के रूप में विकसित किया गया है, लगभग 300 बडे वृक्ष ह,ै बास्केटबॉल कोर्ट, वालीबॉल मैदान, योग चैकी, ऑपन जिम एवं पार्क भी है भ्रमण पथ पर आने वाले सैंकडो पुरूष-महिला व बालकों के दुपहिया वाहन व कारें इसी सडक़ पर पार्क की जाती है। हाल ही में इस मार्ग पर नये रोड़ का निर्माण किया गया हैं। प्रशासन विदेशी सैलानियों के लिए लक्ष्मीनाथ जी मन्दिर व हवैलियों की ओर जाने के लिए हैरिटेज मार्ग विकसित करना चाहता था, जो कि सब्जी के ठेले लगने के बाद व आवारा पशुओं की आवाजावी से प्रतिकुल रूप से प्रभावित होगे । यह निर्णय कानूनी दृष्टि से नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से, स्वास्थ्य एवं पर्यावरण व स्वच्छता की दृष्टि से, महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से एवं बालकों के खेलकूद में बाधा की दृष्टि से किसी भी प्रकार न्यायोचित प्रतीत नहीं होता। अत: विकास समिति का शिष्ट मण्डल सब्जी के ठेले राजीव गांधी मार्ग पर लगाने के निर्णय के विरोध में संभागीय आयुक्त से मिला। प्रतिनिधि मण्डल में वाई.के. शर्मा, उमाशंकर आचार्य, संतनाथ एडवोकेट, हाजी मकसूद अहमद, रमजान पार्षद, मोहम्मद जमील, गोपाल चैधरी, साकिर अहमद, गोविन्द सिंह एडवोकेट आदि शामिल थे।भ्रमण पथ पर आने वाले नागरिकों में इस निर्णय से अत्यंत आक्रोष है निर्णय पर पुर्नविचार ना होने की स्थिति में धरना प्रदर्शन आदि आयोजित कर विरोध प्रकट किया जायेगा। पूर्व सिंचाई मंत्री श्री देवीसिंह भाटी ने भी संभागीय आयुक्त से फोन पर वार्ता कर इस निर्णय पर पुर्नविचार करने का आग्रह किया है। इससे पूर्व तत्कालीन जिला कलेक्टर कुमारपाल गौतम के समय बार एसोसिएशन के तीन अध्यक्ष-आर.के.दास गुप्ता, कुलदीप शर्मा व मुमताज भाटी भी इस निर्णय के विरोध में शिष्टमण्डल में मिले थे, जिसके परिणामस्वरूप निर्णय को निरस्त कर दिया गया था।


