
भारत का गेहूं निर्यात एक साल में 57% घटा, हीटवेव के कारण कम उत्पादन






भारतीयों को खिलाने के लिए देश में पर्याप्त गेहूं है। सरकार ने रविवार को ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट को गलत ठहराते हुए यह दावा किया। जिसमें कहा गया है कि देश में हर साल उत्पादन में कमी हो रही है। लगातार दाम बढ़ रहे हैं। इसकी वजह से भारत सरकार गेहूं का आयात करने पर विचार कर रही है।
ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन-रूस युद्ध शुरू होने पर कहा था कि उनका देश दुनिया को गेहूं का निर्यात कर सकता है। लेकिन उत्पादन में कमी की वजह से निर्यात नहीं हो सकेगा। हीटवेव के कारण इस साल देश में गेहूं के उत्पादन में कमी आई है। जिसकी वजह से गेहूं की कमी को पूरा करना मुश्किल हो सकता है और सरकार को गेहूं का आायात करना पड़ सकता है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने सोशल मीडिया पर लिखा भारत में गेहूं खरीदने की कोई जरूरत नहीं है। देश की घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त स्टॉक है। सार्वजनिक वितरण के लिए भी स्टॉक है। भारत से गेहूं की खरीद पिछले साल की अपेक्षा 57% गिरकर 1.88 करोड़ टन हो गई।


