
मटकी से पानी को लेकर अध्यापक की पीटाई से छात्र की मौत को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने दिया ज्ञापन






बीकानेर। एक तरफ देश आजादी के 75वे साल मे अमृत महोत्सव मना रहा है मगर दूसरी तरफ आज भी देश में छुआछूत बड़े पैमाने पर प्रचलित है। देश के तमाम हिस्सों से ऐसी खबरें आती है जिससे आज भी इंसानियत शर्मसार होती है व यह सोचने पर मजबूर होना पड़ता है कि शायद दलित समाज के लिए आज भी आजादी नसीब नहीं हुई है और अभी देश आजाद नही हुआ है। अभी 20 दिन पहले की राजस्थान के जालोर जिले के ग्राम सुराणा में 9 वर्ष के दलित छात्र को सवर्ण जाति के अध्यापक छैल सिंह ने केवल इस बात पर इतनी बुरी तरह पीटा कि उसकी कान की नस फट गई क्योंकि 9 साल के नादान बच्चे ने प्यास लगने पर स्कूल में रखें मटके से पानी पी लिया आज तमाम इलाज कराने के बाद 13 अगस्त को मृत्यु दी गई थी उसे भी अभी तक न्याय नही मिला एक तरफ उदयपुर में सवर्ण हो गई इसी प्रकार पाली के बाली में सरेआम जितेन्द्र मेघवाल कन्हैया की हत्या पर राज्य सरकार नौकरी कर दी गई। लेकिन दलित जितेन्द्र मेघवाल को राज्य सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं दी गई। बहुजन समाज पार्टी राजस्थान ने आज पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रताप व जिला प्रभारी अत्ताउल्ला ने कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप कर मांग की है आगे से ऐसी घटना ना हो इसके लिए कठोर कानून बनाना चाहिए। उन्होंने मांग की है राजस्थान की कांग्रेस सरकार पीडि़त परिवार को 50 लाखा का मुआवजा दे एवं स्कूल की मान्यता रद्द करके दोषी अध्यापक के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाई करें व आश्रितों परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए।


