
निगम की लापरवाही हजारों लोगों को पहुंचा रही नुकसान






राजा जोशी की रिपोर्ट
बीकानेर. जहां एक तरफ मौसम विभाग की चेतावनी पर बीकानेर में बारिश लगातार हो रही है, जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद कलाल ने एक माह पूर्व निगम के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर शहर में नालों व सीवरेज की सफाई को लेकर बारिश से पहले सफाई के आदेश दिए थे, ये आदेश कागजों तक ही सिमटते नजर आ रहे है। जिस तरह से शहरी क्षेत्रों में सीवरेज पिछले तीन माह से जाम पड़ा है। निगम के न तो अधिकारियों सुन रहे है और न ही संबंधित ठेकेदार। डीआरएम ऑफिस के आगे पिछले लम्बे समय से सीवरेज को खोदा गया है, लेकिन दो माह निकलने के बावजूद भी अभी तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ है। खुले सीवरेज की वजह से बड़े हादसे होने का डर लगा रहता है। वहीं इस सीवरेज की वजह से कोटगेट के अंदरूनी क्षेत्रों को सीवरेज को बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से कोटगेट के जोशीवाड़ा, दाउजी मंदिर, तेलीवाड़ा आदि क्षेत्रों में सीवरेज बंद होने की वजह से सीवरेज का पानी घरों में पहुंच रहा है। साथ ही घरों की दीवारों में सीलन भी बढ़ने लगी है। कहीं निगम की लापरवाही आमजन के लिए भारी न पड़ जाएं। जिस तरह से बारिश लगातार हो रही है सीवरेज व बारिश का पानी घरों की नींवों में जा रहा है जिसका जीता-जागता उदाहरण है। पुरानी गिन्नाणी क्षेत्र के जूनागढ़ की खाई के पास जमीन धंसी है कहीं ऐसे ही हालात शहरी क्षेत्र में न हो जाएं। प्रशासन को समय रहते इस पर कदम उठाने चाहिए, वहीं इन क्षेत्रों में भी बड़े-बड़े गड्ढे हो जाएंगे। जस्सूसर गेट, मुरलीधर व्यास कॉलोनी रोड़, केईएम रोड़, एमएमग्राउंड से डूडी पेट्रोल पंप, नत्थूसर बास, चौखूंटी पुलिया व कमला कॉलोनी, रोशनीघर चौराहा, तुलसी सर्किल, अम्बेडकर सर्किल, स्टेशन रोड आदि क्षेत्रों में गड्ढों की वजह से बड़े हादसे होने का डर है। बारिश का पानी इकट्ठा होने के बाद यह गड्ढे दिखाई नहीं देते है। जैसे-जैसे बारिश लगातार हो रही है तो गड्ढे भी गहरे होते जा रहे है। ऐसे में गहरे गड्ढे होने की वजह से कई बार छोटे हादसे हो जाते है और गिर भी जाते है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर इन गड्ढों की सूध लेने वाला कोई नहीं है।


