
लॉरेंस के गुर्गे ने हाईवे कॉन्ट्रेक्टर से 17 करोड़ मांगे मूसेवाला हत्याकांड से भी जुड़ा है नाम






जयपुर । मूसेवाला हत्याकांड के बाद से फरार रोहित गोदारा इंटरनेट कॉलिंग से जयपुर के व्यापारियों को धमका रहा है। रोहित ने नेशनल हाईवे के एक बड़े कान्ट्रैक्टर को फोन पर धमकीदेते हुए 17 करोड़ रुपए फिरौती मांगी है। मामला दर्ज होने के बाद शिप्रापथ थाना पुलिस ने तीन बदमाशों को पकड़ लिया है, जिनको रिमांड पर लेकर पूछताछ हो रही है। वहीं रोहितगोदारा को गिरफ्तार करने के लिए टीम बनाई गई है।रोहित ने मूसेवाला हत्याकांड में बदमाशों को सीकर से बोलेरो गाड़ी दिलाने का काम किया था। जिसके बाद से पंजाब-हरियाणा और दिल्ली पुलिस को भी रोहित की तलाश है। लेकिनफरारी के दौरान भी रोहित जयपुर के कई व्यापारियों को पैसों के लिए धमका रहा है। सूत्रों के मुताबिक रोहित गोदारा लॉरेंस गैंग के लिए काम करता है और रंगदारी का कलेक्शन करता है।
सीएसटी की पैनी नजर रोहित के गुर्गों परएनएचएआई के कांट्रेक्टर नरेंद्र की शिकायत पर शिप्रापथ थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। नरेन्द्र ने आरोप लगाया का रोहित गोदारा नाम के शख्स ने इंटरनेट कॉल के जरिएउनसे 17 करोड़ रुपए की डिमांड की है। दिनांक 06.05.2022 को 2.25 क्करू को इंटरनेशनल कॉल पर रोहित गोदारा नाम के व्यक्ति ने मोबाइल से फोन कर कहा की शिवराज सिंह,शंकर सिंह, संदीप सिंह एवं मुश्ताक अली खान, यह मेरे लोग हैं। ये पहले भी तेरे ऑफिस पर आये थे और तू रुपए नहीं दे रहा है। इनको 17 करोड़ रुपये दे दे नहीं तो तेरे जयपुर ऑफिस से आकर जान से मार दूंगा। शिकायत मिने के बाद एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा सीएसटी की विशेष टीम बनाकर इन बदमाशों को पकडऩे का टास्क दिया। जिस पर तीनबदमाशों को पुलिस ने करीब एक महीने बाद 6 जुलाई को पकड़ लिया।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी नवरतन शर्मा, संदीप स्वामी उर्फ सोनू, शिवसिंह भलूरी उर्फ शिवाजी।
पकड़े गए नवरतन शर्मा, संदीप स्वामी उर्फ सोनू, शिवसिंह भलूरी उर्फ शिवाजी ने रोहित को सिम और मोबाइल धमकी देने के लिए प्रोवाइड कराया था। एफआईआर के अनुसार रोहितने फोन पर पीडि़त को 17 करोड़ रुपए उसके चार साथियों को देने के लिए कहा था। जिसमें शंकरसिंह, संदीप सिंह, शिवराज सिंह और मुश्ताक अली शामिल है। पुलिस ने अब तककी जांच में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बाकी बदमाशों की पुलिस तलाश कर रही है। जयपुर पुलिस ने व्यापारियों को आश्वस्त किया है कि रोहित गोदारा किसी से भी पैसामांगे तो वह व्यक्ति तत्काल पुलिस से मदद ले।अफसर और राजनेता कूदे इस गंदे खेल मेंनरेन्द्र शर्मा ने एफआईआर में जिन लोगों का नाम लिखा है उनके संपर्क रसूखदारों के साथ हैं। जिस में पुलिस अधिकारी और राजनेता भी शामिल हैं। एक राजनेता तो एफआईआर मेंदर्ज एक व्यक्ति का नाम हटाने के लिए जयपुर कमिश्नरेट के अधिकारियों के पास तक पहुंच गए। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हे मना कर रवाना कर दिया। वहीं एक रिटायर्डपुलिस अधिकारी ने भी कमिश्नरेट के अधिकारियों से इस विषय में चर्चा की लेकिन उनकी भी दाल नहीं गली।मार्च 2020 तक रोहित गोदारा जेल में था। इसके बाद जमानत पर बाहर आ गया और फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया। जमानत के बाद से अभी तक रोहति गोदारा कोपकड़ा नहीं गया है।कौन है रोहित गोदारा
बीकानेर का हार्डकोर क्रिमिनल रोहित गोदारा कालू थाने का हिस्ट्रीशीटर है। 2010 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। तब वह सिर्फ 19 साल का था। उसके बाद लगातारवारदात करता रहा। रोहित रंगदारी, धमकी और हत्या जैसे संगीन मामलों में 15 बार जेल जा चुका है। सभी मुकदमे कोर्ट में अंडर ट्रायल हैं। कालू पुलिस ने 2018 में उसकीहिस्ट्रीशीट खोली थी। बीकानेर के ही कारोबारी जुगल राठी और भाजपा नेता मोहन सुराणा के भतीजे पर जेल में रहते हुए रंगदारी के लिए गोलियां चलाई थी। हाल ही में पंजाब केमानसा जिले में हुए पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में रोहित का नाम सामने आया था। रोहित पर लॉरेंस के गुर्गों को बोलेरो गाड़ी सीकर से उपलब्ध करवाने का आरोप है।


