
आधार बैंक से लिंग नहीं होने के कारण गर्गी अवार्ड के 85 प्रतिशत आवेदन अटके






बीकानेर । बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने गार्गी पुरस्कार के ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि में 31 जुलाई तक बढ़ोतरी की है। पिछले शिक्षा सत्र 2020-21 में पास हुई प्रदेश की 1.51 लाख बालिकाएं गार्गी और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए पात्र हैं। बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया पिछले महीने शुरू कर दी थी। एक माह में केवल 23 हजार बालिकाओं ने ही ऑनलाइन आवेदन किए हैं।यानी 85 प्रतिशत बालिकाएं अभी भी ऑनलाइन आवेदन से वंचित है। स्थिति को देखते हुए बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने शिक्षा सत्र 2021-22 की पात्र छात्राओं के लिए आवेदन की अंतिम तिथि में 31 जुलाई तक की बढ़ोतरी की है। फाउंडेशन की सचिव डॉ. भारती वर्मा ने इस संबंध में सभी डीईओ माध्यमिक को दिशा निर्देश जारी किए हैं। दरअसल, जन आधार की अनिवार्यता के चलते छात्राएं आवेदन नहीं कर पा रही है। अनेक छात्राओं के बैंक अकाउंट जन आधार से लिंक नहीं है। जिस कारण इनके आवेदन नहीं हो पा रहे हैं। पिछले शिक्षा सत्र में गार्गी पुरस्कार के लिए 80 हजार और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए 71 हजार बालिकाएं पात्र हुई है। गार्गी पुरस्कार के लिए अब तक की 11 हजार और बालिका प्रोत्साहन के लिए 12 हजार छात्राएं ही आवेदन किया है। वहीं शिक्षा सत्र 2019-20 में कक्षा 10वीं की गार्गी पुरस्कार की पात्र 54 हजार बालिकाओं को इस साल गार्गी पुरस्कार की द्वितीय किस्त का भुगतान किया जाना है। इनमें से 25 हजार छात्राएं आवेदन से वंचित है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आवेदन में आ रही समस्या के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं। यदि बालिका का अकाउंट जनआधार से लिंक नहीं है तो मां के खाते में पुरस्कार की राशि डिपॉजिट करवाने पर विचार मंथन चल रहा है।


