ट्रैक्टर के नए टेंडर हाेने तक निगम के 11 डंपर कचरा और ढेरियां​​​​​​​​​​​​​​ उठाएंगे

ट्रैक्टर के नए टेंडर हाेने तक निगम के 11 डंपर कचरा और ढेरियां​​​​​​​​​​​​​​ उठाएंगे

 

बीकानेर। मानसून सीजन में ट्रैक्टर की सबसे ज्यादा जरूरत हाेती है क्योंकि नाला-नाली सफाई की सिल्ट और गीला कचरा उठाने के लिए ट्रैक्टर ही काम आते हैं लेकिन टेंडर विवाद के बीच शुक्रवार से ट्रैक्टर का टेंडर कार्यकाल खत्म कर दिया गया। अब नए सिरे से ट्रैक्टर के टेंडर हाेंगे।

दरअसल अभी तक पिछले साल हुए टेंडर पर ट्रैक्टर काम कर रहे हैं। उसका कार्यकाल तीन दिसंबर 2021 काे ही खत्म हाे गया था लेकिन नए टेंडर ना होने से इसी ठेकेदार को कुछ महीने का मौका और दिया गया। नियमों के तहत एक बार ही एक ठेकेदार का कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। तीन जून को उसका कार्यकाल भी खत्म हो गया। इस बीच जो नए सिरे से ट्रैक्टर के टेंडर किए थे उसमें भी ठेकेदारों ने काम नहीं किया। उसकी कार्रवाई भी चल रही है।
इस बीच मेयर सुशीला कंवर ने पुराने ट्रैक्टर के कार्यकाल को आगे ना बढ़ाने के निर्देश आयुक्त को दिए। आयुक्त ने शुक्रवार काे पुराने ठेकेदार के ट्रैक्टर से हाेने वाले काम बंद कर दिए। आदेश जारी किए कि पुराने टेंडर का कार्यकाल खत्म हाे चुका। ऐसे में अब शनिवार से शहर में एक भी ट्रैक्टर कीचड़ और नालाें से हाेने सफाई की गंदगी नहीं उठाएगा। कई ऐसी जगह भी हैं जहां टिपर की जगह ट्रैक्टर कचरे की ढेरियां उठाते हैं वाे भी नहीं उठेंगी। निगम ट्रैक्टर का नए सिरे से टेंडर करने की तैयारी कर रहा है।
ट्रैक्टर पॉलिटिक्स: पहले ही हटाना था
जुलाई में जब टिपर से कचरा उठाने का काम शुरू हुआ ताे सवाल उठा कि शहर में 80 ट्रैक्टर लगाने की जरूरत क्या। मेयर ने ट्रैक्टर बंद किए ताे पार्षदाें ने इसका विराेध किया। आंदाेलन हुआ। दबाव में मेयर ने ट्रैक्टर की ट्रिप घटाने की बात कही लेकिन अंत में 80 की जगह 40 ट्रैक्टर चलाने की बात कही।
इन ट्रैक्टर पर प्रति माह करीब 50 लाख रुपए का खर्चा आता है। अब ट्रैक्टर का 50 लाख अलग और टिपर का करीब प्रति माह एक कराेड़ रुपए खर्चा है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि जब टिपर पर एक कराेड़ रुपए खर्च हाे रहे फिर ट्रैक्टर का काम भी टिपर से क्याें नहीं लिया जा रहा। हालांकि फाइन आदि लगाकर टिपर काे करीब 80 से 90 लाख रुपए ही प्रति माह भुगतान किया जा रहा है।
ट्रैक्टर के पुराने टेंडर का कार्यकाल खत्म हाे गया। मेयर का आब्जेक्शन था कि पुराने टेंडर का कार्यकाल एक बार ही बढ़ा सकते हैं ताे उनके आब्जेक्शन के बाद ट्रैक्टर के पुराने ठेकेदार से काम लेना बंद कर दिया। अब नए सिरे से टेंडर करेंगे। तब तक निगम के डंपर से कीचड़ या नाला सफाई का कचरा उठाएंगे।- गाेपालराम विरदा, आयुक्त नगर निगम

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