
बीकानेर सहित प्रदेश भर में बारिश का दौर, खरीफ की फसल की बुवाई की तैयारी, मंडियों में कारोबार की रफ्तार ढीली रही






खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । प्रदेशभर में सोमवार को मंडियों में कारोबार की रफ्तार ढीली रही। बीकानेर सहित प्रदेश के कई इलाकों में बारिश का दौर चल रहा है। ऐसे में किसान खरीफ की फसल की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं। मंडी में सोमवार को गेहूं मिल डिलीवरी के भाव 25 रुपए गिरे। जौ 100 रुपए तेज रहा। सरसों 42 प्रतिशत के भाव 100 रुपए नीचे आए। देसी चना 50 रुपए गिरकर 4750 रुपए क्विंटल रहा। अलवर मंडी में सरसों का रेट 200 रुपए सस्ता रहा।
बीकानेर संभाग में मंडी में गेहूं 10 रुपए डाउन रहा। जौ में भी 25 रुपए की गिरावट रही। सरसों 50 रुपए व चना 150 रुपए सस्ता बिका। ग्वार के भावों में तेजी रही।
सीकर मंडी में गेहूं 50 रुपए व नया-पुराना ग्वार 200 रुपए नीचे रहा। चने में 100 रुपए की तेजी रही। नई सरसों 200 रुपए मंदी रही। कोटा मंडी में गेहूं 25 रुपए सस्ता रहा। सोयाबीन 200, सरसों 150, चना 50, धनिया 200 रुपए और मूंग भी 200 रुपए मंदा रहा। पाली की सुमेरपुर मंडी में सरसों 42 प्रतिशत 70 रुपए व सरसों लूज 100 रुपए डाउन रही। चना भी 100 रुपए नीचे बिका। सरसों तेल 75 रुपए प्रति टिन तक सस्ता हुआ।
उधर कोटा में बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत लहसुन खरीद की मांग को लेकर किसान गुस्से में हैं। सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन किया। धरना देकर बैठ गए और रोड जाम कर दिया। हाड़ौती में लहसुन की बंपर पैदावार के चलते मंडी में लहसुन के दाम काफी कम हैं। लहसुन दो रुपये से लेकर 20 रुपये किलो तक बिक रहा है। किसान के लिए लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है। बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत सरकार से लहसुन खरीद की मांग की जा रही है। राज्य सरकार खरीद नहीं कर रही है, किसान परेशान हैं।


