वसुंधरा बोलीं-कोई दबाने की कोशिश करता है तो विरोध बढ़ता-है

वसुंधरा बोलीं-कोई दबाने की कोशिश करता है तो विरोध बढ़ता-है

बीजेपी की बाड़ेबंदी में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इमरजेंसी के दौर का उदाहरण देते हुए कांग्रेस का आचरण आज भी उसी दौर वाला बताते हुए निशाना साधा। वसुंधरा राजे ने कहा-आपातकाल के दौरान जब लोग डरे हुए थे, विरोध हो रहा था, वह कम हो जाएगा। यह इंदिरा गांधी ने सोचा कि मैं जितना दबाउंगी उतना व्यक्ति और डरेगा, और मैं धीरे धीरे उसे खत्म करवाकर इलेक्शन करवाकर जीतकर आ जाएंगी। पर सरप्राइज, विरोध तो बढ़ता गया। मुझे समझ नहीं आता कि वह सरप्राइज काहे का है? जब भी कोई किसी को दबाने की कोशिश करता है,और इस तरह से दबाने की कोशिश करता है तो आगे चलकर विरोध तो बढ़ना ही है, यह स्वाभाविक है। तो विरोध बढ़ा औ इंदिरा गांधी को 18 जनवरी 1977 को चुनाव करवाने की घोषणा करनी पड़ी। राजे बीजेपी की बाड़ेबंदी में चल रहे अभ्यास वर्ग में ‘आपातकाल व लोकतंत्र बहाली में हमारी भूमिका’ विषय पर बोल रही थीं।

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