
PG के कमरे में आयुषी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ा






PG के एक कमरे में 17 साल की मेडिकल की तैयारी कर रही स्टूडेंट ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई, पर कोई डॉक्टर के पास नहीं ले गया। घर वालों ने भी आने में देर कर दी। जब पहुंचे, तब तक बेटी सबको छोड़कर जा चुकी थी। पिता का आरोप है कि PG मालिक के हवाले बेटी को करके चले गए थे। उसने लापरवाही दिखाई और बेटी का इलाज नहीं कराया।
PG मालिक ने ऐसे आरोपों को नकार दिया है। उसने कहा कि पहले तबीयत खराब हुई थी तो डॉक्टर को दिखाया था। फिर तबीयत खराब होने लगी तो घर वालों को खबर की। कहा भी कि बेटी को ले जाओ। पर घर से कोई नहीं आया। दिल दहला देने वाली यह घटना कोटा की है। डॉक्टर बनने का सपने लिए आई एक लड़की इलाज के बिना मर गई। उसे बचाया नहीं जा सका।
फोन नहीं उठा तो PG मालिक को कॉल किया
आगरा (UP) के सिकंदराबाद की रहने वाली आयुषी कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रही थी। वह कमला उद्यान स्थित PG में किराए पर रह रही थी। वह पिछले दिन से बीमार थी। घरवाले उसे बार-बार फोन कर रहे थे, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। आखिर उन्होंने शनिवार को मकान मालिक जितेंद्र जैन को फोन कर बच्ची को देखने को कहा। जैन कमरे पर पहुंचे तो बच्ची पलंग पर बेहोश पड़ी हुई थी। परिजनों ने कोटा में रहने वाले अपने परिचितों को जानकारी दी। परिचित बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जांच में सामने आया कि आयुषी पिछले कुछ दिनों से बीमार थी। रविवार को छात्रा के माता-पिता भी कोटा पहुंच गए। उनकी मौजूदगी में पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाया। शुरुआती तौर पर बीमारी के चलते ही मौत होना माना जा रहा है।


