
बीकानेर में जिप्सम के अवैध खनन का काला कारोबार, किश्तों में कार्यवाही, पर्दे के पीछे माफियाओं पर कार्यवाही नहीं





– संपादक कुशालसिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में जिप्सम बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। इसे लूटने की होड़ मची है। जिप्सम माफिया अवैध तरीके से खनन कर भारी मात्रा में खनिज फैक्ट्रियों में पहुंचकर सरकार को चूना लगा रहे हैं। प्रशासन व पुलिस की नाक के नीचे दंतौर सहित कई क्षेत्रों में यह अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। इन क्षेत्रों में हालांकि लंबे समय से जिप्सम का अवैध खनन किया जाता रहा है। चोरी-छिपे माफिया द्वारा जिप्सम का अवैध खनन कर रात के समय ट्रकों में भरकर परिवहन किया जा रहा है। हालांकि समय समय पर पुलिस प्रशासन इन पर कार्रवाई कर खानापूर्ति की जाती है।
पुलिस थाने के आगे से गुजरते है ट्रक
खनन क्षेत्र से जिप्सम भरकर ओवरलोड ट्रक कई पुलिस थानों के आगे से भी गुजरते हैं। सीमावर्ती क्षेत्र से जाते है। इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र से ओवरलोड जिप्सम भरकर ट्रक सीमेंट व पीओपी की फैक्ट्रियों में पहुंचाते हैं। मासिक बंधी के चलते पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। जिम्मेदारों के स्तर पर जिप्सम माफिया पर नकेल डालने के कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। हालात इस कदर हो गए कि ज्यादा कारोबार वाले ग्रामीण थानों में पोस्टिंग के लिए तो मंत्रियों और बड़े अफसरों का हस्तक्षेप तक होता है।
कमाई का अंदाजा ही नहीं
जिप्सम के एक एलएनटी की कीमत लगभग एक करोड़ रुपए है। जेसीबी और डंपर 25 से 30 लाख रुपए में आते हैं। हैरानी की बात यह है कि जेसीबी, डंपर, ट्रक व एलएनटी जब्त होने के बाद ज्यादातर मालिक कभी भी इन्हें छुड़वाते नहीं हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिप्सम के इस धंधे में कितनी कमाई है। यही वजह है कि पुलिस, प्रशासन, खान एवं भू-विज्ञान विभाग ने आंखें मूंद रखी हैं।
6728 टन जिप्सम का किया अवैध खनन, 6 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
6728 टन जिप्सम का अवैध खनन करने को लेकर 6 के खिलाफ दंतौर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। भूवैज्ञानिक खान एवं भूविज्ञान विभाग के करणवीर सिंह राजवीर पुत्र प्रहलाद सिंह ने दर्ज कराये मामले में बताया कि साधुराम पुत्र बुलाकीदास बाजीगर निवासी सुखचैनपुरा, किसनलाल, लिलूराम, संदीप, सोमवीर पुत्र सुल्तान, परमेश्वर पत्नी सुल्तान चमार हाल चक 2 एमजीडब्लयूएम पीएस दंतौर ने अपने काश्तशुदा खेत से मुरब्बा नंबर 100/17 व 100/02 में से करीब 6728 टन अवैध जिप्सम का खनन किया। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने उक्त आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की जांच सउनि हेतराम को सौंपी गई है।
माफिया दिन में करते है खुदाई, रात में परिवहन, किश्तों में कार्यवाही, पर्दे के पीछे माफियाओं पर कार्यवाही नहीं
सवाल यह है कि बड़े खनन माफियाओं पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। यह माफिया जो पर्दे के पीछे छिपे हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि पुलिस व भूवैज्ञानिक खान एवं भूविज्ञान विभाग के अधिकारी जो कार्यवाही के नाम पर महज खानापूर्ति करते है। किश्तों में कार्यवाही करते है। आज एक कार्यवाही कर खानापूर्ति की।


