पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी आमरण अनशन पर बैठे, भाजपा नेताओं के बारे में यह बोले भाटी
बीकानेर. बीकानेर में पानी के लिए हाहाकार मच रही है। आम आदमी को होती परेशानी के बीच बीकानेर से जननेता पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने प्रशासन और सरकारोंं के खिलाफ मोर्चा खोला और बीकानेर जिला कलेक्टर कार्यालय पर हल्ला बोल किया। जिसके चलते आज से देवीसिंह भाटी विभिन्न मांगो को लेकर आमरण अनशन पर बैठ गए। देवीसिंह भाटी ने हवन के साथ अपना अनशन शुरू किया। भाटी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित कटौती की जा रही है। वहीं कृषि कनेक्शन पर भी घोषणा के अनुरूप बिजली नहीं मिल रही है। पशुपालकों को चारा मिल नहीं रहा है ओर जो मिल रहा है वो भी अत्यधिक महंगा मिल रहा है।भाटी ने कहा कि कानून व्यवस्था भी चौपट होती जा रही है। भाटी ने कहा कि मैने घूम.घूमकर देखा कि पानी की हालात भी खराब है और जल के बिना जीवन का कोई महत्व नहीं है। सरकारें दिल्ली और जयपुर में बैठी है उनको आम आदमी की तकलीफ से कोई लेना देना नहीं है। भाटी ने कहा कि ये अव्यवस्था देखने पर मुझे लगा कि इनको मजबूर किया जाये कि ठीक ढग़ से काम करे और लोकतंत्र में जनता के महत्व को समझे। भाटी ने कहा कि इसी के चलते हमने 15 मई को चारे की व्यवस्था ठीक ढग़ से करनेएपानी की आपूर्ति करने ओर बिजली की सुचारू रूप से आपूर्ति करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। इस सम्बंध में प्रशासन से हमारी वार्ता भी हुई लेकिन वार्ता के दौरान हमें आभास हुआ कि प्रशासन में बैठे जिम्मेवार अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। भाजपा नेताओं के सवाल पर देवीसिंह भाटी ने कहा कि अब जागे है इतने दिन कहा चले गए थे। कहने को ये जनसेवा करते है लेकिन देहात में त्राहिमाम हो रहा है दिखाई तो नहीं दिए। भाजपा के नेताओं को पद छोड़ देना चाहिए ओर अपना व्यवसाय करना चाहिए। भाटी ने कहा कि इस प्रशासन की वर्तमान व्यवस्था पर हम भरोसा नहीं कर सकते इसलिए मरते दम तक संघर्ष करते रहेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण अंचल के लोग भी भाटी के साथ मौके पर मौजूद रहें।