इस इलाके में ट्विक्ल मिलती है 35 रु में





बीकानेर। चौकियं मत हम कोई लड़की की बात नहीं कर रहे है हम बात कर रहे है नशे के आदि लोगों ने सिगरेट का जो नाम रखा हुआ है उसकी बात है। हमारी ख्रुलासा टीम को कई क्षेत्रों से जानकारी मिली कि शहर के जस्सूसर गेट के अंदर बनी एक चाय की दुकान, जेलरोड़, कोठारी अस्पताल के आगे बने खोखे, पीबीएम के बाहर बीच के दरवाजे के पास बनी चाय की होटल, जयनारायण व्यास कॉलोनी के मूमल रेस्टोरेंट के सामने सहित शहर के कई ओर क्षेत्र है जहां पर देर रात को गांजे से भरी सिगरेटें मिलती है। शहर में नशे का कारोबार खुलेआम बड़े स्तर पर हो रहा है। लेकिन इनको रोकने वाला कोई नहीं। युवा पीढ़ी नशे की ओर तेज गति से अग्रसर हो रही है। शाम होते ही देर रात तक खुली रहने वाली होटलों पर प्राय: पर गांजा की पुडिया व सिगरेट खुलेआम बिकती नजर आती है। होटल संचालकों व नशेडियों पुलिस व आम लोगों के डर से गांजे से भरी सिगरेटों के अलग अलग नाम भी निकाल रखे है। इनमें जोइेंट, टोटा, टिं्वक्ल आदि नाम है इन सिगरेटों में गांजा भरा रहता है और इनकी कीमत भी अलग अलग है नामों की तरह जिसमें 25 रुपये से लेकर 60 रुपये तक दुकानदार लेते है।
देर रात को पुलिस भी पहुंचती है
प्राय: रात्रि को गश्त करने वाली पुलिस टीम भी इन्हें होटलों पर पहुंचती है। जहां पर सर्दी व गर्मी में पुलिसकर्मी चाया की चुस्की लेते नजर आती है। लेकिन इन पुलिस टीम को गांजे होने का अंदेशा ही नहीं होता है। इससे ये साफ जाहिर होता है कि पुलिस को कई ना कई शामिल है।
नियमों की धज्ज्जियां उड़ी
अगर नियमों की बात करे तो दुकानों व होटलों को रात्रि 10 बजे बंद करना पड़ता है लेकिन बीकानेर में इन नियमों की खुलकर धज्जियां उड रही है।

