
मोबाइल की लत ऐसी की रात को रेलवे ट्रैक पर बना रही थी वीडियों एसएचओ ने मांगा मोबाइल तो पकड़ लिया गला






नागौर नागौर के लाडनूं शहर में 16 साल की एक मूकबधिर बच्ची को मोबाइल की ऐसी लत लगी कि वह रात 11 बजे अपने घर से निकल गई। परेशान परिजन घबराकर देर रात पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस भी तुरंत ही अलर्ट हो गई। SHO ने लोकेशन ट्रेस की तो रेलवे ट्रैक पर लड़की की लोकेशन आ रही थी।
अनहोनी की आशंका में तुरंत पहुंचे
ऐसे में SHO सहित सभी पुलिसकर्मी भी अनहोनी की आशंका से घबरा गए और तेजी से वहां पहुंचे। वहां जो देखा हैरान करने वाला था। मूकबधिर नाबालिग रेलवे ट्रैक पर मोबाइल से अपने वीडियो बना रही थी और चेटिंग कर रही थी। ऐसे में SHO ने उसे धमकाया और डराकर मोबाइल छीनना चाहा। इससे गुस्साई नाबालिग ने SHO का गला पकड़ लिया और चीखने लग गई। जैसे-तैसे परिजनों ने उसे शांत किया। इसके बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।
स्मार्ट फोन का ग्लास टूटा तो नए फोन की मांग
लाडनूं SHO राजेंद्र कमांडो ने बताया कि इस मूकबधिर नाबालिग बच्ची को मोबाइल की जोरदार लत है। परिजनों से मिली जानकारी अनुसार खुद परिजन भी उससे मोबाइल लेने को लेकर डरते हैं। उनका मानना है कि अगर मोबाइल को लेकर उससे कोई जबरदस्ती की गई तो वो कुछ भी घटना को अंजाम दे सकती है। एक दिन पहले मूकबधिर नाबालिग बच्ची के मोबाइल का ग्लास टूट गया था। इस पर उसने नए मोबाइल की जिद कर ली थी। जब जिद पूरी नहीं हुई तो रात में घर से निकल गई।
SHO का भी गला पकड़ लिया
लाडनूं SHO राजेंद्र कमांडो ने बताया कि परिजनों कि शिकायत पर लोकेशन ट्रेस कर इस मूकबधिर नाबालिग बच्ची को रेलवे ट्रैक पर ढूंढ लिया गया। वहां पहुंचकर देखा कि सारी समस्या की जड़ तो मोबाइल है, इस पर उससे मोबाइल मांगा। नहीं दिया तो थोड़ा डराया। इससे भड़क कर नाबालिग बच्ची ने उनका ही गला पकड़ लिया। इस पर उसके परिजनों ने बड़ी मुश्किल से उसे शांत किया। थोड़ी देर बाद जब उसका मोबाइल चेक किया तो हैरान रह गए। वो अपने ब्राउजर में बिना किसी बंदिश के बैन साइट्स को सर्फिंग कर रही थी। आखिरकार उसे समझाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।


