मैं भारत का रहने वाला हूं, बीकानेर में छलका दर्द, पढि़ए पूरी खबर





भारतीय नागरिता के लिए आयोजित हुआ शिविर
आवेदनों में रही विभिन्न कमियों को पूरा करने की दी जानकारी
बीकानेर। अफगानिस्तान, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को भारतीय नागरिता प्रदान करने के लिए उनसे आॅनलाईन आवेदन प्राप्त करने के लिए शुक्रवार को शिविर आयोजित किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) सुनीता चैधरी ने बताया कि अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) कार्यालय परिसर में आयोजित शिविर में आॅनलाईन आवेदन करने पहुंचे आवेदकों की समीक्षा करते हुए आवेदनों में रही कमियों को पूरा करने के लिए समय दिया गया। शिविर में कुल 98 आवेदकों ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन प्रस्तुत किये। प्राप्त आवेदनों की वरिष्ठ शासन सचिव भवानी शंकर तथा एफआरओ सिटी हरीश खड़गावत ने समीक्षा की। उन्होंने प्रस्तुत आवेदनों में रही कमियों की पूर्ति करने के लिए लोगों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आवेदन करने वाले सभी लोग पाकिस्तानी थे।
एडीएम सिटी ने बताया कि शिविर में सभी आवेदनों में कुछ कमियां थी, जिसे पूरा करवाने के लिए कहा गया। कुछ लोग वैध आवास पत्र (आर.पी.) तथा लाँगटर्म वीजा प्रस्तुत नहीं कर पाए। उन्होंने बताया कि कई पाकिस्तानी लोगों ने यहां आकर शादी कर ली, लेकिन वे बीकानेर जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में विवाह पंजीयन का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत नहीं कर सके। उन्होंने बताया कि आवेदन करने वाले 33 लोग ऐसे थे, जो जोधपुर में निवास कर रहे है, उन्हें अपना आवेदन जोधपुर में प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही 38 लोग ऐसे थे, जिन्होंने पहली बार आवेदन किया । उन्होंने बताया कि शिविर में शामिल होने के लिए 16 लोगों सूचित किया गया था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। जो लोग शिविर में नहीं पहुंचे हैं, उनको पुनः सूचना देकर, बुलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट बीकानेर कार्यालय में पूर्व में प्रस्तुत 11 आवेदकों द्वारा भी पूरे सबूत पेश नहीं किए गए। उन्हें भी आक्षेप दूर करने हेतु निर्देशित किया गया।
एडीएम सिटी सुनीता चैधरी ने बताया कि आवेदनकर्ता को लीगल एड निःशुल्क दी गई। शिविर स्थल पर स्टाॅम्प पेपर, नोटरी तथा एन.आई.सी. की सुविधा देने के लिए काउण्टर लगाये गए। इस अवसर पर सूचना एवं विज्ञान अधिकारी अजय पिल्लई सहित बैंक और पुलिस के अधिकारी उपस्थित थे।
भारतीय होकर मरना चाहता हूं, कैंसर पीड़ित हेमसिंह की इल्तिजा, मौत से पहले उसे मिल जाए भारत की नागरिकता…
कैंसर पीडि़त बुजुर्ग हेमसिंह नामक व्यक्ति ने बताया कि वह भारत की नागरिकता के लिए 40 साल से भटक रहे है, लेकिन यहां की नागरिकता नहीं दी जा रही है। हेमसिंह अपना दुखड़ा सुनाते हुए रो पड़े और वहां मौजूद अधिकारियों से कहते है कि उनके भाईयों को भारत की नागरिकता मिल चुकी है लेकिन उनको अभी तक यहां की नागरिकता नहीं मिली है। बता दें कि हेमसिंह कैंसर बीमारी से पीडि़त है और वो चाहते है कि हिन्दुस्तान की भूमि पर अंतिम सांस ले। इस दौरान वहां मौजूद अधिकारियों ने हेम सिंह की पीड़ा सुनते हुए कहा कि वे सारे दस्तावेज उनको उपलब्ध करवाएं ताकि उनको नागरिकता का प्रमाण-पत्र दिया जाए।

