
पूरे शहर में सटोरियों का जाल, राजनैतिक संरक्षण के कारण पुलिस नहीं डाल रही बड़े सटोरियों पर हा






शिव भादाणी
बीकानेर (नसं)। आईपीएल के शुरु होते ही शहर में सटोरियों की जाजम बैठ जाती है जहां से रोजाना करोड़ों रुपए का सट्टा होता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सटोरियों ने अहमदाबाद, मुंबई, कलकता आदि शहरों से सट्टे की लाइन लेकर सट्टे का खेल करते है। लेकिन बीकानेर पुलिस व डीएसटी टीम ने इन सटोरियों पर पैनी नजर रखी हुई है। इसी क्रम में अब तक पुलिस ने दो गंगाशहर व शनिवार को शहर के नयाशहर पुलिस व डीएसटी कोतवाली पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में शहर के डागा चौक में क्रिकेट बुक पर पुलिस टीमों की दबिश दी। इस दौरान एकबारगी पूरे इलाके में हडक़ंप मच गया। पुलिस ने इलाके से एक युवक को दबोचा है। युवक की पहचान 32 वर्षीय कमल हर्ष के रूप में हुई है। मौके से 21 लाइन वाली अटैची सहित दस मोबाइल भी मिले बताते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह बड़ी बुक थी। इससे बड़े लिंक सामने आ सकते हैं। बता दें कि इस आईपीएल सीजन में डीएसटी की यह तीसरी कार्रवाई है।
अभी इन इलाकों में बैठे है नामी सटोरियां
जिस तरह से पुलिस लगातार पकड़े गये सटोरियां के आधार पर रेड कर रही है और मौके से सटोरियों को दबोच रही है। लेकिन फिर भी शहर के नामी सटोरियां शहर की तंग गलियों में बैठे है जिसमें बड़ा बाजार, डागा चौक, मुंधड़ा चौक, भट्टडों का चौक, लक्ष्मीनाथ मंदिर के पास, रांगड़ी चौक, सुनारों की गुवाड़, मुरलीधर व्यास कॉलोनी, मोहता चौक में भी शहर के नामी सटोरियों का अड्डा है। लेकिन राजनैता के संरक्षण के चलते उस पर पुलिस कार्यवाही करने से कतराती है। गोपेश्वर बस्ती, गंगाशहर, भीनासर इलाके में भी प्रदेश के नहीं देश के नामी बुकी रहते है जो रोजाना करोड़ों रुपये का सट्टा करते है इनमें से कुछ ऐसे सटोरियों है जिनको राजनेता व स्थानीय पुलिस का पूरा संरक्षण मिला हुआ है। अगर देखा जाये तो कोतवाली, गंगाशहर, नयाशहर, जेएनवीसी थाना इलाके में सटोरियों की बड़ी भरमार है जो कहते दिखते है कि हम पर पुलिस हाथ नहीं डाल सकती है जहां से छोटे सटोरियों को लाइन मिलती है।
खुले चौक, वाहनों पर बैठकर करते है सट्टा
अगर पुलिस को हकीकत में सटोरियों को पकडऩा है कि शहर के चौकों व वाहनों व चाय की दुकान पर बैठकर देखे कि शहर में कितने लोग सट्टा करते है हकीकत सामने आ जायेगी। जब इस बात की पुष्ठि करने की कोश्शि की तो सामने आई कि मोहता चौक, जस्सूसर गेट, मालियों का मौहल्ला, चाय पट्टी, व कुछ नामी दुकाने जो देर रात तक खुली रहती है वहां पर बैठकर सट्टे का खेल खेला जाती है आजकल सटोरियां हाईटेक हो गये है मोबाइल में एक लाइन खोलकर देते है जिसके पैसे पहले ही जमा कर लेते है।
सफेद पोश भी लिप्त है इस सट्टे के खेल में
अगर देखा जाये तो इस सट्टे के खेल में शहर के नामी सफेद पोश भी अपनी पॉर्टनरशीप डाल रखी है। नाम किसी ओर का और काम सफेद पोश का सामने स्वयं नहीं आते है।


