
हनुमान जयंती पर ना हो जाएं 7 अशुभ काम, महिलाएं भी ना करें ये एक गलती






चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन हनुमान की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से हर संकट दूर हो सकता है. हनुमान बहुत ही दयालु व शक्तिशाली हैं और इनकी थोड़ी सी कृपा आपके जीवन को खुशियों से भर सकती हैं. बजरंगबली जहां मेहरबान हो जाएं, वहां धन के भंडार कभी खाली नहीं रहते. लेकिन इनकी पूजा में जरा सी चूक बड़े संकटों को न्योता दे सकती है. आइए इसी कड़ी में जानते हैं कि हनुमान जयंती पर भक्तों को कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
चरणामृत- हनुमान की पूजा करने वाले बहुत से लोग ये नहीं जानते कि उनकी पूजा में कभी चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है. ऐसा करने के कई अशुभ परिणाम हो कते हैं.
स्त्रियों का स्पर्श- हनुमान की पूजा करते वक्त ब्रह्मचर्य व्रत का बड़ी सख्ती से पालन करना पड़ता है. बाल ब्रह्मचारी होने की वजह से हनुमान स्वयं स्त्रियों के स्पर्श से बचते थे. इसलिए पूजा के दौरान महिलाओं को उनकी प्रतिमा स्पर्श नहीं करनी चाहिए.
सूतक काल- बहुत कम लोग ये बात जानते हैं कि सूतक काल में हनुमान की पूजा नहीं करनी चाहिए. सूतक काल तब माना जाता है जब घर में किसी इंसान की मृत्यु हो जाती ये सूतक व्यक्ति की मौत से 13 दिन तक मान्य होता है.
काले-सफेद कपड़े- ध्यान रहे कि काले या सफेद रंग के कपड़े पहनकर कभी हनुमान की पूजा नहीं होती है. ऐसा करना बहुत अशुभ होता है. बजरंगबली की पूजा में केवल लाल या पीले रंगे के वस्त्र ही धारण करें.
टूटी हुई मूर्ति- हनुमान की पूजा में टूटी हुई या खंडित मूर्ति का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें. अगर घर में हनुमान की कोई फटी हुई तस्वीर है तो उसे भी तुरंत हटा दें.
दिन में ना सोएं- हनुमान जयंती के दिन अगर आपने व्रत रखा है तो भूलकर भी दिन में सोने की गलती ना करें. इसके अलावा नमक का सेवन ना करें.
इन गलतियों से भी बचें- हनुमान जयंती के दिन कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना भी जरूरी है. इस दिन मांस-मदिरा का सेवन ना करें. शारीरिक संबंध ना बनाएं.


