
क्या वसुंधरा मैडम पार्टी छोड़कर बनाएगी नई पार्टी ? , सूत्रों ने किया खुलासा







खुलासा न्यूज़ , बीकानेर । आखिर दिल्ली में वसुंधरा मैडम को लेकर क्या चल रहा ? इस बारे में अलग-अलग विचार और अलग-अलग कहानियां सामने आ रही है । लेकिन अब भरोसेमंद सूत्रों ने किया खुलासा किया है । ‘पिछले 10 दिनों में सुधरी है मैडम की Political health, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री एवं संघ परिवार से संवाद बढ़ा है ।
आलाकमान और मैडम के बीच की संवादहीनता काफी कम हुई। इसी दौरान मैडम ने आलाकमान को दिया पक्का भरोसा, किसी भी सूरत में पार्टी छोड़कर कोई नई पार्टी नहीं बनाने का भरोसा, मैडम ने पार्टी के प्रति आभार जताया और कहा- ‘जो कुछ आज तक मिला है उन्हें वह पार्टी के कारण ही मिला लेकिन इन सबके बावजूद मैडम ने बार-बार रखा खुद को 2023 का चेहरा घोषित करने का प्रस्ताव लेकिन इस सब्जेक्ट पर आलाकमान की है ।
अपनी दो टूक सोच, वैसे तो भाजपा सभी चुनाव लड़ रही नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के चेहरे पर ही लेकिन फिर भी यदि राजस्थान में चुनाव से पहले घोषित करना पड़ा कोई चेहरा तो यह काम हो सकता है ।
चुनाव से केवल 6 माह पहले, फिलहाल इस ‘स्टेज’ पर किसी को भी चेहरा घोषित करने की नहीं कोई Relevant एवं औचित्य’। अलबत्ता आलाकमान ने मैडम को दो टूक संदेश-‘पार्टी आपको साथ रख कर ही लड़ेगी 2023 का चुनाव और आपके बिना हम भी नहीं सोच रहे राजस्थान में चुनाव लड़ने की, ‘फिलहाल पार्टी का एक लक्ष्य है 2023 में सरकार बनाना और 2024 में सभी 25 सीटें जीतना, इसीलिए चेहरा घोषित करने जैसे संवेदनशील मामलों को छोड़कर फिलहाल आप सभी लोग उतरिए सड़कों पर और पार्टी के केन्द्रीय और प्रदेश नेतृत्व द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर लड़ें सड़कों पर और इन धरनों और प्रदर्शनों में सुनिश्चित करें Maximum Public Participation लेकिन ना जाने क्यों बार बार मैडम के मन में उठता है उन्हें अभी से ही पार्टी का चेहरा घोषित करने का विचार ! और इसी उलझन से कभी कभी बिगड़ जाते हैं बनते-बनते समीकरण’ आलाकमान से मुलाकात के बाद मैडम ने किया एक रहस्योद्घाटन, कहा-‘सरकार उनके फोन को भी करवा रही टैप’ ।
इस सारे घटनाक्रम पर एक राजनीतिक प्रेक्षक ने की टिप्पणी, कहा- ‘2023 के चुनाव में मैडम की जरूर रहेगी एक बड़ी भूमिका और मुख्यमंत्री पद के संभावित चेहरों में मैडम जरूर रहेंगी । सबसे बड़ा चेहरा और बस फिलहाल इस ‘स्टेज’ पर इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता आगे क्योंकि आजकल भाजपा में मुख्यमंत्रियों का चयन होता है ऐनवक्त पर ही ।


