
धरने में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का पूर्णाहुति हवन के साथ समापन






बीकानेर. गोचर, ओरण व चारागाह की जमीन पर कब्जों को नियमन करने के राज्य सरकार के फैसले के बाद से बीकानेर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का शरह नथानियान गोचर भूमि में चल रहा श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की मंगलवार को समापन हुआ। वही बुधवार से धरना स्थल पर श्रीमद् भागवत गीता सार व गौ कथा का वाचन बालसंत छैल बिहारी जी महाराज द्वारा किया जायेगा ।
जिसमे भव्य कलश ष्यात्रा राम गणेश मन्दिर से कलश यात्रा दोपहर 12.15 बजे निकाली जायेगी . कथा का समय नित्य प्रतिदिन 1 से 3 बजे रहेगा ।
भाटी का अनिश्चिकालीन धरने पर ग्रामीण व शहरी क्षेत्र से आम व खास लोगों का आना व समर्थन देने का सिलसिला निर्बाध रूप से जारी हैं । गोचर भूमि पर दीवार निर्माण में सहयोग देने के लिए भामाशाहों में होड़ मची हुई है । मंगलवार को रामेश्वर कुम्हार 11 हजार, महेन्द्र सिंह भोलासर 51 सौ रूपये कैदारनाथ व्यास 11 सौ रूपये, लक्ष्मणसिंह बैंस, नारायणसिंह बच्छासर ने 500-500 रूपये पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी को दीवार निर्माण के लिए भेंट किये ।
वही भागवत कथा श्रवण करने आयी महिलाओं द्वारा इस पुनीत कार्य के लिए हजारों रूपयों का गुप्तदान किया गया ।
भाटी के प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि भागवत कथा वाले के समापन वाले दिन कौशल्या विनोद मोदी दम्पति ने मुख्य यजमान का दायित्व निभाते हुए श्रीमद् भागवत का पूजन करवाया । आज कथा में बालसंत श्री छैल बिहारी जी महाराज ने कथा में परिक्षित मौक्ष ए सुखदेव मुनि का विदा होना ए यदुवंश का नाश होना व 24 प्रकार के गुरूओं की विस्तृत व्याख्या की । बालसंत ने कहा गुरु वह धुरी है जिसके चारों और शिष्य का संस्कारित जीवन केन्द्रित है । कथा के बाद पूर्णाहुति हवन किया गया इसके बाद गोचर धाम से भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी जो गोचर धाम से गणेश मंदिर तक गयी ।
कथा संयोजक मनु जी महाराज ने बताया कि कथा सेवा प्रभार हेतु प्रतापसिंह राठौड़ ए रामकिशन आचार्य ए देवकिशन चांडक ए अंशुमानसिंह भाटी ए शेखर भाटी ए ओमप्रकाश कुलरिया ए सुनील बांठिया ए भूरमल सोनी ए कमलकिशोर पारीक ए नितेश वासुदेव ए मालचन्द जोशी ए कुणाल पारीक ए रवि सारस्वत आदि सेवा में लगे रहें ।
धरना स्थल पर उपस्थित जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी ने कहा कि इस धरने से आम जन में गाय व गोचर के प्रति जागृति आयी है । अब जब यह जागृति आयी है तो गोचर पर सरकारों की बदनियति को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा । भाटी ने कहा कि बालसंत छैल बिहारी ने अपने मधुर कंठो से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण कराया इसके लिए सभी गौ भक्त उनके आभारी है । भाटी ने दोहराया कि वे गाय व गोचर के लिए अपनी जान को दाव पर लगाने से नहीं चुकेंगें ।
इस अवसर चांडक ने कहा कि मंत्री तो बनते हैं बनते रहेंगे लेकिन प्रभु साधु.संतों और गो भक्तों के आशीर्वाद से देवी सिंह भाटी जो गोचर बचाने का काम कर रहे हैं ना कोई कर सकता और ना ही कोई कर सकेगा भगवान खुद ने उनको यहां पर इस कार्य को करने के लिए भेजा है धर्म की हमेशा जीत होती है समय लगता है
आज धरना स्थल पर आने वालों में मुख्य रूप से रामसिंह भाटी गुड़ा पूर्व सरपंच, भोमराज गाट जिलाध्यक्ष जाट महासभा बीकानेर, बालकिशन थानवी पूर्व सरपंच बरसलपुर, मदनसिंह शेखावत, डॉ. मोहनसिंह सीकर, धीरेन्द्रपाल सिंह भाटी हाडलां, लक्ष्मणसिंह नोखड़ा, पृथ्वीसिंह सरपंच, दिलीपसिंह सीकर, सूरजाराम सरपंच नाल बड़ी, किशोरसिंह शेखावत पूर्व अध्यक्ष बार एशोसिएशन, विजयपाल सिंह शेखावत पूर्व सचिव, बार एसोशिएशन, एडवोकेट देवेंद्र सिंह राठौड़ आदि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र से गौ प्रेमियों का दिन भर आना जाना जारी रहा ।


