
ग्राउंड रिपोर्ट : बीकानेर में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार, खोल रखें हैं क्लीनिक, बेचते हैं दवाइयां, बड़ा सवाल-कार्यवाही क्यों नहीं






– संपादक कुशालसिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गली-गली में झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक संचालित हैं। इसमें बिना लाइसेंस वाले झोलाछाप डॉक्टर मरीजों के हर रोग का इलाज कर रहे हैं। इस दौरान कोई मरीज की हालत बिगडऩे पर बीकानेर पीबीएम हॉस्पीटल भेज देते हैं।
खुलासा न्यूज पड़ताल में सामने आया कि झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानें मरीजों से भरी पड़ी हैं। झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज ग्लूकोज की बोलतें तथा इंजेक्शन लगाने से शुरू करते हैं। एक बोतल चढ़ाने के लिए फीस 100 से 200 रुपए लेते है। ऐसे में झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है।
बड़ा सवाल यह है कि सबकुछ मालूम होने के बावजूद विभाग के अधिकारी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?
बिना लाइसेंस के दवाओं का भंडारण भी करते हैं डॉक्टर
झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा बिना पंजीयन के एलोपैथी चिकित्सा व्यवसाय ही नहीं किया जा रहा है। बल्कि बिना ड्रग लाइसेंस के दवाओं का भंडारण व विक्रय भी अवैध रूप से किया जा रहा है। दुकानों के भीतर कार्टून में दवाओं का अवैध तरीके से भंडारण रहता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अवैध रूप से चिकित्सा व्यवसाय कर रहे लोगों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।
विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई
ग्रामीणों के शिकायत करने के उपरांत भी इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में सीएमएचओ और बीसीएमएचओ की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ज्यादातर झोलाछाप डॉक्टर बिना नर्सिंग और बिना डॉक्टर के पास प्रैक्टिस किए ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
तुरंत स्वस्थ होने के लिए देते हैं हाइडोज
झोलाछापडॉक्टरों का कारोबार जिले के कस्बों ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा फल-फूल रहा है। झोलाछाप डॉक्टरों की ओर से मरीजों को हाईडोज की दवा देने से मरीज शीघ्र स्वस्थ तो हो जाता है लेकिन इससे प्रतिरोधक क्षमता पर विपरित प्रभाव पड़ता है। वहीं हाईडोज देने से अन्य दवाओं का असर जल्दी से नहीं हो पाता है और मरीज को स्वस्थ होने में समय लगता है।
इनका कहना है :
स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ जल्द कार्यवाही करेगा। मरीजों जिंदगी के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
– डॉ.बी.एल.मीणा, सीएमएचओ, बीकानेर


