
गंगाशहर पुलिस का बड़ा कारनामा आया सामनेः चोरी का माल खरीदने वाले को बख्शा






बीकानेर।रीट में चीट के मामले में रिश्वत के खेल को लेकर चर्चा में आए गंगाशहर पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। चोरी के एक केस में पुलिस ने सामान खरीदने वाले को बख्श दिया। बरामदगी भी कम दिखाई। एसपी ने मामले की जांच दुबारा करने के आदेश एसएचओ को दिए हैं।
मामला गंगाशहर में एक ज्वैलर्स के यहां चोरी का है। कान्हा ज्वैल्रर्स के यहां 18 दिसंबर 2021 की रात चोरी हुई थी। चोरों ने एक लाख दो हजार रुपए के करीब 20 भरी सोने और तीन लाख 10 हजार रुपए की तीन किलो इंडियन और एक किलो बैंकॉक की चांदी पर हाथ साफ किया था। चोर यहां से भाग कर सीधे अपने गांव अररिया चले गए। पीछे-पीछे पुलिस दल भी पहुंच गया। चोर 22 दिसंबर की सुबह पहुंचे और पुलिस दोपहर में पहुंच गई।
आधी रात के बाद पुलिस ने सदाकत और मौज्जम को उनके घरों से उठा लिया। दोनों ने ज्वैलरी लेकर एक सुनार के पास जाने की बात कही। पुलिस उन्हें सुनार के पास ले गई। उससे पूछताछ करने के बाद पुलिस दोनों चारों को लेकर बीकानेर लौट आई।
उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने अपनी जांच में 500 ग्राम चांदी ही चोरों से बरामद करनी बताते हुए जांच पूरी कर ली। मुकदमे में चालान पेश करना बाकी है। इस बीच ज्वैलर इसे लेकर कई बार एसपी से मिले। एसपी योगेश यादव ने एसएचओ को मामले की जांच दुबारा करने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि गंगाशहर पुलिस मुकदमों की जांच कैसे करती है इसका अंदाजा रीट में चीट के मामले को देखकर लगाया जा सकता है। पुलिस की जांच में कमियां उजागर होने के बाद एसपी ने केस रीओपन कर दुबारा जांच के आदेश दिए थे। अब एएसपी सिटी नकल के पूरे मामले की छानबीन में जुटे हुए हैं। गंगाशहर थाने का पूर्व एसएचओ राणीदान और एएसआई जगदीश फरार चल रहे हैं। उनके विरुद्ध एसीबी में भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज है।


