
मकर संक्रांति पर इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ ब्रह्म और मित्र योग






इस साल 2022 की मकर संक्रांति कई संयोग के साथ आ रही है। साल के पहले महीने जनवरी में आने वाले सभी त्योहारों में मकर संक्रांति का पर्व बहुत विशेष होता है।ज्योतिषचार्य शर्मा के अनुसार जब सूर्य धनु राशि की अपनी यात्रा को समाप्त कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति पर्व मनाया जाता है।
इस विशेष दिन से सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आ जाते हैं। उत्तरायण को देवता का दिन कहा जाता है। संक्रांति शुक्रवार, 14 जनवरी को मनाई जाएगी। इस वर्ष मकर संक्रांति पर कई शुभ योग बनेंगे। शुभ संयोग होने से दान, स्नान और जप करने का महत्व और भी बढ़ जाता है। ज्योतिषचार्य पं. ओम शास्त्री व पं. श्रीराम शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति की शुरुआत रोहणी नक्षत्र के दौरान हो रही है। रोहणी नक्षत्र 14 जनवरी को शाम 08 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। संक्रांति पर रोहिणी नक्षत्र के साथ ब्रह्मयोग और मित्र शुभ योग का निर्माण हो रहा है।
दो बजकर 28 मिनट से अपरान्हकाल में पुण्यकाल होगा। इस बार संक्रांति में पशुधन विकास योजना, पशुपालकों की सुविधा, डेयरी फार्म दुग्ध उत्पादक पक्ष के लिए सुयोग हैं, वहीं नक्षत्र के अनुसार धर्म उपदेशक, कथावाचक, व्याख्याता, लेखक, पत्रकार, शिक्षक के लिए सुखद है।
शेयर बाजार, उद्योगपति, वैश्य, आयात-निर्यातक कुछ कष्टकायक है। धान्य, गल्ला समभाव रहेंगे, वहीं सुगंधित पदार्थ, गर्म मसाला, सौंठ, तंबाकू, चाय, रोली-चंदन, केसर, दाना मेथी, सरसों, हल्दी, दाल, चना, चांदी, सोना के भाव तेज रहेंगे।


