
नि:शुल्क होम्योपैथी चिकित्सा शिविर/ मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है : साध्वी अपूर्वयशा






लूनकरणसर। मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है। नर की सेवा ईश्वर की सेवा है। यह उद्गार जैन साध्वी अपूर्वयशा ने व्यक्त किए। वे इस रविवार को लूनकरणसर स्थित श्री हनुमान मंदिर परिसर में बजरंग धर्मार्थ ट्रस्ट एवं लूणकरणसर नागरिक सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित निःशुल्क होम्योपैथी चिकित्सा शिविर में में बोल रही थी। इस मौके पर साध्वी जीतयशा ने कहा कि आपाधापी के इस दौर में इंसान के लिए इंसान का वक्त निकालना ही अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सा शिविर के बारह वर्ष के सफल आयोजन को सेवा का बड़ा उपक्रम माना। इस अवसर पर शिविर सहभागी और साहित्यकार राजूराम बिजारणियां ने नियमित सेवा देने वाले डॉक्टर एल. एन. शर्मा के लंबे सहयोग को शिविर के लिए मील का पत्थर माना एवं उनका आभार व्यक्त किया। इस मौके बजरंग भवन धर्मार्थ ट्रस्ट अध्यक्ष पवन खेतान, लूणकरणसर नागरिक सेवा समिति के विमल दुग्गड़, लेब टेक्नीशियन जगदीश कूकणा, देवेन्द्र सारण, देवशंकर दूबे भी उपस्थित रहे। शिविर में एलर्जी, स्टोन, चर्म रोग, सर्दी-खांसी सहित विभिन्न बीमारियों से सम्बंधित रोगियों को निःशुल्क परामर्श एवं दवा
वितरित की गई। गौरतलब है कि इस चिकित्सा शिविर में चिकित्सक एल.एन.शर्मा नियमित अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जिसमें चिकित्सकीय परामर्श के साथ-साथ निःशुल्क दवा दी जाती है।


