
शहीद के अंतिम संस्कार पर सेना ने नहीं किया फायर, रामेश्वर डूडी ने जताई आपत्ति






सियाचिन ग्लेशियर में ड्यूटी करते हुए शहीद हुए नोखा के सुबेदार तुलछाराम को अंतिम संस्कार से पहले फायर करके सम्मान नहीं देने को नागौर के सांसद और नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर डूडी ने अपमान बताया है। बेनीवाल ने कहा है कि सेना के इस कृत्य को वो लोकसभा में उठाएंगे। ये एक शहीद का सम्मान नहीं बल्कि अपमान है कि उसे गार्ड ऑफ ऑनर तरीके से नहीं दिया गया।
नोखा के केड़ली गांव में बुधवार दोपहर तुलछाराम की पार्थिव देह पहुंची। इस दौरान हजारों की तादाद में लोगों ने नम आंखों से तुलछाराम को श्रद्धांजलि दी। सेना की टुकड़ी ने शहीद के अंतिम संस्कार के बाकी प्रोटोकॉल तो निभाए लेकिन फायरिंग नहीं की। इस पर मौके पर उपस्थित नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने वहां उपस्थित सैन्य अधिकारियों से जानकारी चाही कि फायरिंग क्यों नहीं की गई। इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया। बेनीवाल का आरोप है कि सेना के अधिकारी व जवान इस बात पर वहां से निकल गए।


