
सूर्य 16 दिसंबर को धनु में करेगा प्रवेश, हर वर्ग के लिए लाभदायी,बनेंगे रुके काम






खुलासा न्यूज,बीकानेर। सबसे प्रधान ग्रह सूर्य के वृश्चिक राशि में रहते हुए अब रविवार रात से बुध भी उनके साथ हो गए हैं। दोनों के इस राशि में साथ होने से बुधादित्य योग बन रहा है। अगले 18 दिन यानि 9 दिसंबर तक बना रहेगा। इस योग का प्रभाव कई राशियों के जातकों के लिए लाभकारी रहेगा। खास बात यह है कि वृश्चिक राशि मंगल के स्वामित्व की है और इस राशि में वर्तमान में मंगल की तरह गुण व प्रभाव रखने वाला केतु भी विद्यमान है। दूसरी ओर इस राशि में बुधादित्य योग अभी 18 दिन रहेगा, परंतु बुध का सर्वाधिक ठहराव मकर राशि में रहेगा। वैसे बुध ग्रह हर राशि में एक माह से कम समय तक ही रहते हैं। परंतु 29 दिसंबर से बुध आगामी 5 मार्च तक मकर राशि में ही रहेंगे। इस कारण से वृश्चिक राशि में एक साल बाद ही बुधादित्य योग बनेगा।
भूमि भवन से जुड़े काम बनेंगे, तो कृषि उत्पादों में आएगी तेजी
पंडितों के अनुसार वृश्चिक, सिंह, कुंभ, मीन राशि के लोगों के भूमि-भवन के रुके काम होंगे। इसकी वजह केतु बुध के साथ सहायक स्थिति में रहेगा। कृषि क्षेत्र में बुधादित्य योग के चलते उठाव आएगा, पर मकर में बुध के लंबे समय तक रहने से कृषि क्षेत्र में अर्थात फसलों के उत्पादन में कमी आएगी।
अभी सूर्य के साथ मंगल के स्वामित्व में बुध के रहने से दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदाएं हो सकती हैं। ज्योतिषियों के मुताबिक विद्यार्थी वर्ग को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढऩे के नए अवसर मिलेंगे, जबकि व्यापारिक क्षेत्रों में उतार-चढ़ाव रहेगा। मेष, वृषभ, मिथुन राशि के लोगों को अधिक लाभ नहीं होगा। नए साल में फरवरी ऐसा महीना रहेगा, जिसमें बुधादित्य योग इसलिए नहीं बनेगा कि बुध मकर में ही रहेंगे सूर्य 16 फरवरी को कुंभ में प्रवेश कर जाएगा।
पंडितों के अनुसार इस बार 18 बुधादित्य योग रहेगा। यानी 10 साल बाद बुध मकर राशि में सर्वाधिक 67 दिन रहेंगे। आमतौर पर इसका समय एक महीने या इससे भी कम अवधि का ही होता है। इस बार दो माह से अधिक समय तक रहेंगे।
इस बदलाव से किसानों और विद्यार्थियों को मिलेंगे नए अवसर
ज्योतिष जानकारों के अनुसार वैसे हर महीने में बुधादित्य योग की स्थिति बनती है, पर बुध के वक्री होने के कारण इस योग की अवधि कम ज्यादा होती रहती है। अभी रविवार रात को वृश्चिक राशि में बुध के प्रवेश करने से बुधादित्य योग बना है। सूर्य इस राशि में पहले से हैं। सूर्य 16 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश करेगा, जबकि बुध 9 दिसंबर की रात तक वृश्चिक में ही रहेगा।
इस तरह वृश्चिक राशि में 18 दिन का बुधादित्य योग रहेगा। 10 साल बाद बुध मकर राशि में सर्वाधिक 67 दिन रहेगा। आमतौर पर बुध एक महीने या इससे कम अवधि तक ही रहता है, पर मकर में दो माह से अधिक समय रहेगा। इसकी वजह यह जनवरी के दूसरे सप्ताह में वक्री होने के बाद इसी स्थिति में फरवरी के पहले सप्ताह तक रहेगा, फिर मार्गी होकर 5 मार्च तक मकर में ही रहेगा।


