भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष ने कहा,तो 25 पर सिमट जाएगी सीटें

भाजपा पूर्व मंडल अध्यक्ष ने कहा,तो 25 पर सिमट जाएगी सीटें

लगाएं जिलाध्यक्ष पर ये आरोप
बीकानेर। नगर निगम के चुनाव के लिये शुक्रवार से नामांकन करने की प्रक्रिया शुरू होगी। जिसको लेकर दोनों ही दल प्रत्याशियों के चयन को अंतिम रूप देने में लगे हुए है। किन्तु वरिष्ठ नेताओं द्वारा अपने रिश्तेदारों और चेहतों को टिकट देने की जद्दोजहद के कारण टिकट वितरण का पेश फंसा हुआ है। जानकारी मिली है कि जहां भाजपा के पूर्व पदाधिकारियों ने तवज्जों नहीं देने के लिये अडंगा लगा रखा है। वहीं कांग्रेस में भी कुछ ये ही हालात बने हुए है। सूत्र बताते है कि दोनों ही दलों में टिकट क ो लेकर मारामारी चल रही है।

गलत दस्तावेज तक लगाने के आरोप
विश्वस्त सूत्र बताते है कि भाजपा में पार्टी के जिलाध्यक्ष पर अपने परिवारवालों को टिकट दिलाने के लिये दस्तावेजों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया है। तो उपाध्यक्ष पर अपने परिवार के चार जनों को टिकट देने का दबाव बनाने की बात कही है। एक पूर्व मंडल अध्यक्ष ने तो प्रभारी सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी तथा केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से इस बारे में शिकायत की है कि जिलाध्यक्ष के परिवार के एक महिला को टिकट देने के लिये जो सदस्यता की रशीद (6618)लगाई गई है। वो सदस्यता की डायरी बीकानेर में आई तक नहीं। फिर उस नंबर की सदस्यता रशीद कहां से आई। इसी तरह उपाध्यक्ष के परिवार के एक जने के कांग्रेस में पदाधिकारी होने के बाद भी उसको पार्टी की टिकट देने के लिये पैनल में नाम भेजा गया है। यहीं नहीं वार्ड 12 से आवेदन करने वाले एक दावेदार की रशीद भी गलत होने का दावा इस पूर्व मंडल अध्यक्ष ने किया है।

दे दी धमकी
पूर्व मंडल अध्यक्ष व पूर्व पदाधिकारियों ने अपने वरिष्ठ नेतृत्व को आगाह किया है कि टिकट वितरण में शहर भाजपा पदाधिकारियों को तरजीह दी गई तो सीटों का आंकडा महज 25 में सिमट जाएगा। उन्होनें प्रभारी व शीर्ष नेतृत्व को आगाह कर दिया है कि वर्तमान शहर भाजपा की कार्यकारिणी अपने कप्तान के नेतृत्व में कमजोर साबित हुई है। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से ही शहर की दोनों विधानसभा चुनावों में भाजपा की स्थिति कमजोर हुई है। यहीं नहीं निगम में भी भाजपा की हालत पतली होने में कार्यकारिणी ही जिम्मेदार है,क्योंकि पार्षदों व महापौर में समन्वय बैठाने की बजाय इस कार्यकारिणी ने हमेशा निष्क्रियता ही दिखाई।

मेघवाल ने बनाई समन्वय समिति
निगम चुनाव से पूर्व पार्टी में बढ़ रहे विरोध को देखते हुए केन्द्रीय मंत्री ने समन्वय समिति का गठन करने के दिशा निर्देश दिए है। जिसमें पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियों,विधायक प्रत्याशियों,पूर्व न्यास अध्यक्ष व महापौर,सभापत्ति को शामिल किया गया है। ताकि पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ सके।

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