
कॉलेजों में बेटियों को मिलेगी सुरक्षा






बीकानेर। प्रदेशभर के सरकारी कॉलेजों में अब बेटियों को महिला रक्षा, स्व—सुरक्षा और महिलाओं से संबंधित अधिकारों की रक्षा के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। कॉलेजों में यह कार्यक्रम सालभर चलेंगे। ये कार्यक्रम रोजगारोन्मुखी तो होंगे ही साथ ही इनमें बेटियों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। इस योजना को अभी फिलहाल प्रदेश के 10 राजकीय कन्या महाविद्यालयों में शुरू किया जाएगा। कौनसे कार्यक्रम कॉलेजों में शुरू हुए और कितनी छात्राओं ने इसमें भाग लिया, इसकी पूरी जानकारी कॉलेज आयुक्तालय को देनी होगी। कॉलेज आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने बताया कि यह कार्यक्रम अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है। इसे सभी कॉलेजों में शुरू किया जा एगा। इससे बेटियों को रोजगारोन्मुखी शिक्षा तो मिलेगी ही साथ ही उनमें सेल्फ कान्फिडेंस भी पैदा होगा।
यहां शुरू होगी योजना
राजकीय कन्य महाविद्यालय बीकानेर,भरतपुर,उदयपुर, बारां, अलवर, अजमेर, कोटा, भीलवाड़ा, बाड़मेर और चित्तौडग़ढ़ जिले में यह योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत हर कॉलेज में इ ंदिरा प्रियदर्शनी स्वर्णिम उड़ान केन्द्रों की स्थापना की जाएगी।
इनका दिया जाएगा प्रशिक्षण
कॉलेजों में बेटियों को भयमुक्त स्वास्थ्य एवं सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए महिला सुरक्षा एवं अधिकारों से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम कराने होंगे। इसके तहत छात्राओं को कम्प्यूटर प्रशिक्षण, रोजगारोन्मुखी शिक्षा केन्द्रि प्रशिक्षण, आत्मरक्षा, स्वास्थ्य ज्ञान, महिला अधिकार, घरेलू हिंसा कानून जागरूकता, कार्यस्थल पर यौन शोषण की रोकथाम, पोक्सो एक्ट, बाल एवं महिला तस्करी एवं इसके विरूदृध कानून के प्रति जागरूकता, बाल विवाह रोकथाम, महिला शिक्षा जागरूकता आदि की जानक ारी दी जाएगी।

