
प्रशासन का निर्णय न्यायोचित नहीं,रोशनी के पर्व पर अंधेरे में पटाखा व्यवसायी,देखे विडियो






खुलासा न्यूज,बीकानेर। जिला प्रशासन के लॉटरी सिस्टम से पटाखा दुकानें आवंटन करने का फैसला पटाखा विक्रेताओं को रास नहीं आ रहा है। जिसको लेकर पटाखा विके्रेता एसोसिएशन में विरोध पर उतर आया है। पटाखा व्यवसासियों ने तर्क दिया है कि अब दीपावली को महज पांच दिन शेष रह गये है। ऐसे में पहले से ही लेटलतीफी कर रहे प्रशासन का यह निर्णय न्यायोचित नहीं है। पटाखा विक्रेता एसोसिएशन के बैनर तले व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट में नारेबाजी कर विरोध जताया। सचिव वीरेन्द्र किराडू ने बताया कि जिला कलेक्टर के डूंगरगढ़ आगमन के बाद उनसे मिलकर ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने भीनासर की जवाहर स्कूल, व्यास कॉलोनी की ग्रामीण हाट व नयाशहर के एम एम ग्राउंड में पटाखा दुकानें लॉटरी से आवंटित करने का निर्णय लिया है। 22 अक्टूबर को इस संबंध में जांच के आदेश भी हुए। प्रशासन के आग्रह पर व्यापारियों ने जांच में सहयोग किया। लेकिन प्रशासन ने व्यापारियों को संकट में डाल दिया है। लॉटरी सिस्टम से अस्थाई दुकानदारों को भारी नुकसान होगा। प्रशासन की तरफ से एसोसिएशन को किसी तरह की सूचना नहीं दी गई है। अभी तक यह ही नहीं पता है कि कितनी दुकानें अलॉट की जाएगी। एसोसिएशन का कहना है कि दुकानदारों ने माल के ऑर्डर का एडवांस दे रखा है,वहीं पटाखे भी स्टॉक में हैं। ऐसे में अगर लॉटरी में दुकानें नहीं निकली तो उन दुकानदारों को नुकसान होगा। पिछली बार पटाखा बिक्री अनुमति ना होने से 357 लाइसेंस जमा हुए थे।
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