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राजस्थान के 7 जिलों में 9 केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे,इसी सेशन में होंगे एडमिशन

राजस्थान के 7 जिलों में 9 केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे,इसी सेशन में होंगे एडमिशन
खुलासा न्यूज़।
केंद्र सरकार ने देशभर में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने का निर्णय लिया है। इसमें 9 केंद्रीय विद्यालय राजस्थान के अलग-अलग 7 जिलों में खोले जाएंगे। श्रीगंगानगर और राजसमंद में एक साथ 2 केंद्रीय विद्यालय शुरू हो रहे हैं। नए केंद्रीय विद्यालयों में इसी सेशन में एडमिशन दिए जाएंगे।

हर स्कूल में 960 छात्रों को मिलेगा एडमिशन देशभर में शुरू हो रहे प्रत्येक नए स्कूल में 960 स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा। ऐसे में कुल 8 हजार 640 नए स्टूडेंट्स को प्रवेश मिल सकेगा। आमतौर पर सेना, पैरामिलिट्री फोर्स एरिया के आसपास ही केंद्रीय विद्यालय खोले जाते हैं ताकि ट्रांसफर होने के बाद भी जवान और सैन्य अधिकारियों के बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो।

केंद्र सरकार ने देश में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने का शुक्रवार को फैसला लिया, जिसमें राजस्थान में 9 नए केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे।
केंद्र सरकार ने देश में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने का शुक्रवार को फैसला लिया, जिसमें राजस्थान में 9 नए केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे।

कुल 1256 विद्यालय

वर्तमान में 1 हजार 256 केंद्रीय विद्यालय हैं, जिसमें 3 विदेशों में खुले स्कूल शामिल हैं। भारत के अलावा मॉस्को, तेहरान और काठमांडू में भी भारत के केंद्रीय विद्यालय चल रहे हैं। इन सभी स्कूलों में 13 लाख 56 हजार स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं।

राजस्थान में अभी तक 78 स्कूल

राजस्थान में वर्तमान में 78 केंद्रीय विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में करीब 90 हजार स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। नया सेशन वर्ष 2025 में शुरू होगा। केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन रिक्त सीटों पर होता है, जहां मिलिट्री फोर्स, पैरा मिलिट्री फोर्स के बच्चों को प्राथमिकता मिलती है। सीटें खाली रह जाने पर सिविलियन को भी एडमिशन मिलता है।

नए स्कूल खुलने के साथ ही हो जाएगी प्रिंसिपल की पोस्टिंग

केंद्रीय विद्यालय संगठन, राजस्थान के डिप्टी कमिश्नर डॉ. अनुराग यादव ने बताया- अभी राजस्थान के 78 स्कूल में करीब 4 हजार टीचर हैं। स्कूलों में अधिकांश पद भरे हुए हैं। अब 9 और नए स्कूल खुलने जा रहे हैं। इसी के साथ राजस्थान में ऐसे स्कूलों की संख्या 87 हो जाएगी। नए स्कूल खुलने के साथ ही यहां प्रिंसिपल की पोस्टिंग हो जाएगी। इसके बाद टीचर्स के पदों पर भर्ती होनी है। अगर स्थायी टीचर नहीं मिलते हैं तो संविदा पर स्थानीय स्तर पर टीचर लेने का प्रावधान है।

यादव ने बताया कि नया सत्र शुरू करने के लिए इन जिलों से पहले ही एक अस्थायी भवन की स्वीकृति ली गई है। भूमि स्वीकृत है, जहां 2 साल के भीतर भवन निर्माण होगा। ये भवन बनने तक अस्थायी भवन में स्कूल संचालित होंगे।

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