
प्रदूषण बढ़ने से जिले में 8 फैक्ट्रियां सीज, जिले का एक्यूआई 353 किया गया दर्ज






प्रदूषण बढ़ने से जिले में 8 फैक्ट्रियां सीज, जिले का एक्यूआई 353 किया गया दर्ज
हनुमानगढ़। लगातार प्रदूषित हो रही हनुमानगढ़ की हवा ने जिलावासियों की चिंता बढ़ा दी है। नवंबर 2023 की शुरुआत में हनुमानगढ़ जिला प्रदूषण के मामले में नंबर वन पर आ गया था। 27 नवंबर को 416 एक्यूआई के साथ फिर से हनुमानगढ़ जिला देश में सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार हो गया। गुरुवार को जिले में प्रदूषण का स्तर 353 एक्यूआई दर्ज किया गया। जिले की आबोहवा प्रदूषित होने व वायु में प्रदूषण घुलने से सांस रोगियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
प्रथम दृष्टया पराली जलाने की वजह से इस तरह आबोहवा प्रदूषित होने की जानकारी मिल रही है। इसके अलावा कुछ उद्योग धंधे भी ऐसे संचालित हो रहे हैं, जो वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं। इस स्थिति में अब प्रदूषण नियंत्रण मण्डल की टीम भी सक्रिय होकर कार्रवाई करने में लग गई है। प्रदूषण नियंत्रण मण्डल की टीम की ओर से अब तक करीब 8 फैक्ट्रियों को बंद करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल क्षेत्रीय कार्यालय के आरएम बीआर सिहाग ने बताया कि हनुमानगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) काफी बढ़ चुका है। इसकी वजह जानने की कोशिश की गई। इसके लिए इंडस्ट्रीयल एरिया, कॉमर्शियल एरिया, रेंजीडेंस एरिया में एयर मॉनिटरिंग की तो रिजल्ट काफी खराब स्थिति में आ रहे हैं। इंडस्ट्रीयल एरिया में कुछ पीओपी इंडस्ट्री बंद करवाई है। टाउन शहर के आउटर में भी पीओपी फैक्ट्री बंद करवाई गई है। अब तक करीब 8 इंडस्ट्री को बंद करवाया जा चुका है। लगातार कार्रवाई चल रही है। इसके अलावा आसपास खेतों में पराली जलने से रोकने के लिए प्रशासन अपने स्तर पर प्रयासरत है। बीच में स्थिति में काफी सुधार हुआ था। अब वापस वही स्थिति पैदा हो रही है। स्थिति पर और कितना नियंत्रण किया जा सके, इसकी कोशिश जारी है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को हनुमानगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 तक दर्ज किया गया, जो बेहद खराब स्थिति है।


