
राजस्थान में 6 महीने बिजली संकट टलेगा:दिवाली से पहले 6 कंपनियों से बड़ा कॉन्ट्रैक्ट हुआ






रोजाना 2.80 करोड़, महीने में 85 करोड़, सालाना 10 अरब 20 करोड़ रुपए की बिजली खरीद होगी
राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (RVUNL) के चीफ इंजीनियर मुकेश बंसल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया 1 मेगावाट पावर से 1 घंटे में 1000 यूनिट और 24 घंटे में 24 हजार यूनिट बिजली मिलती है। लेकिन सोलर पावर प्लांट सूरज उगने (सूर्योदय) और सूरज छिपने (सूर्यास्त) तक ही बिजली पैदा कर सकता है। इसलिए इसकी कैल्कुलेशन 30 प्रतिशत बिजली सप्लाई मिलने के आधार पर की जाती है। इसलिए 6 बिजली कंपनियों से RUVNL को करीब 540 मेगावाट बिजली ही प्रतिघंटा मिल पाएगी। 24 घंटे में औसत लगभग 1 करोड़ 30 लाख यूनिट बिजली खरीद होगी। इस आधार पर रोजाना करीब 2 करोड़ 80 लाख रुपए, महीनेभर में 85 करोड़ और सालभर में 10 अरब 20 करोड़ रुपए की बिजली खरीदी जाएगी। SEBI में ट्रेडिंग चार्ज के 9 लाख 10 हजार रुपए रोजाना अलग से देने होंगे।
दिवाली मेंटेनेंस के नाम पर रोजाना 4 घंटे बिजली कटौती होगी बंद
सोलर बिजली मिलना शुरू होते ही प्रदेश में दिवाली मेंटेनेंस के नाम पर रोजाना 4-4 घंटे की कटौती बंद हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक कटौती का बड़ा कारण बिजली की कमी होना भी है। हालांकि मेंटेनेंस का बहाना बनाकर पिछले 18 दिनों से रोजाना पावर कट किया जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 25-30 फीडर्स को रोस्टर के आधार पर चलाकर लोड शेडिंग कर बिजली कटौती की जा रही है। राहत मिलने पर वह कटौती भी बंद होगी। डिस्कॉम सूत्रों के मुताबिक दिवाली से दो दिन पहले से इंडस्ट्रीयल लोड कम हो जाएगा। करीब 4000 मेगावाट बिजली की खपत घट जाएगी। जिससे प्रदेश की तीनों बिजली डिस्कॉम कंपनियों- JVVNL, AVVNL, JDVVNL को बड़ी राहत मिलेगी। 1 करोड़ 47 लाख बिजली उपभोक्ताओं को मिलने वाली बिजली में काफी सुधार होगा। बिजली कटौती बंद हो जाएगी। बिजली सरप्लस भी हो सकती है।
अगले 6 महीने तक नहीं होगी बिजली की कमी
दिवाली के बाद सर्दियों का सीजन भी आ रहा है। सर्दियों में बिजली की डिमांड काफी घट जाती है। इंडस्ट्रीयल लोड के साथ ही घरेलू , कॉमर्शियल और एग्रीकल्चर सेक्टर में बिजली की खपत घट जाती है। ऐसे में प्रदेश में मार्च तक बिजली की कमी नहीं होगी। प्रदेश में 1 करोड़ 47 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। सभी को बिजली कटौती से राहत मिलेगी।
सामान्य उपभोक्ताओं को 7-8 रुपए प्रति यूनिट ही मिलेगी बिजली
बिजली कंपनियों को सोलर एनर्जी सस्ती जरूर मिलेगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बिजली उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट रेट में किसी तरह की छूट मिलेगी। सस्ती रिन्यूएबल एनर्जी की खरीद के बावजूद सामान्य बिजली उपभोक्ताओं को 7 रुपए से 8 रुपए प्रति यूनिट की रेट पर ही बिजली मिलेगी। सस्ती बिजली से बिजली कंपनियों को जरूर कुछ फायदा होगा।


