
सेना के 6 जवान गिरफ्तार, धरना खत्म:पिता-पुत्र को टक्कर मारने के बाद सुनसान जगह फेंक दिए थे शव






सेना के वाहन से टक्कर के बाद जवानों द्वारा पिता-पुत्र के शवों को सुनसान जगह पर फेंक देने के मामले को लेकर चल रहा धरना खत्म हो गया है। पुलिस ने मंगलवार शाम को सेना के 6 जवानों को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद शव के साथ परिजनों और ग्रामीणों ने धरना उठा लिया। मंगलवार शाम को कलेक्टर आशीष मोदी व एसपी डॉ अजय सिंह ने धरनास्थल पर जाकर परिजनों व ग्रामीणों को जानकारी देकर किए प्रयासों के बारे में बताया।
कलेक्टर आशीष मोदी ने बताया कि सेना की मदद से हमने घटना वाले वाहन व सेना के 6 जवानों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद धरना समाप्त हो गया। वहीं मौके पर ही दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों ने 50 लाख रुपए मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग रखी थी। जिस पर कलेक्टर ने इस बारे में राज्य सरकार को लिखने व पूरी कोशिश कर मांग को पूरी करवाने की बात कही।
यह है पूरा घटनाक्रम
पोकरण इलाके के गोमट गांव के पास रविवार सुबह हुए सड़क हादसे को लेकर पोकरण थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार पोकरण के वार्ड संख्या 1 निवासी मुजीब खान पुत्र रहमतुल्ला खान ने रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता रहमतुल्ला व उसका भाई फिरोज रविवार सुबह मजदूरी के लिए बाइक से गोमट गांव की तरफ जा रहे थे। इस दौरान गोमट गांव के तालाब के पास सामने से आ रहे सेना के वाहन ने तेज गति व लापरवाही से चलाते हुए उन्हे टक्कर मार दी। टक्कर से फिरोज की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उसके पिता घायल हो गए।
रिपोर्ट में बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद सेना के वाहन से 4 सैनिक नीचे उतरे तथा मृतक व घायल को अपने वाहन में डाल दिया। उनका मानना था कि वे उसे पोकरण अस्पताल लेकर जाएंगे। जब परिजन व अन्य लोग अस्पताल पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला। जिस पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सर्च अभियान चलाया तथा पुलिस की मदद से दोनों के शव चाचा गांव से ओढ़ाणीया गांव जाने वाले रास्ते पर सड़क से करीब 50 से 60 फीट दूर बरामद किए। रिपोर्ट में तेज गति व लापरवाही से वाहन चलाकर हादसे को अंजाम देने, अपहरण करने, गैर इरादतन हत्या करने, सबूत मिटाने का प्रयास करने, आपराधिक षड्यंत्र रचने की धाराओं में मामला दर्ज किया है।


